tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post1880235005399089345..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: गोली का बदला गोलीSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-37377553549163536332008-11-29T02:08:00.000-05:002008-11-29T02:08:00.000-05:00तरुण जी सही कह रहे हैं। राजा अगर नपुंसक हो तो उसकी...तरुण जी सही कह रहे हैं। राजा अगर नपुंसक हो तो उसकी प्रजा का यही हश्र होता है, प्रजा को अगर जिंदा रहना है तो उसे ऐसे नपुंसक राजा और उसकी नपुंसक सेना दोनों के खिलाफ विद्रोह कर उन्हें गद्दी से हटा देना चाहिये।<BR/>यदि प्रजा ऐसा नहीं करती तो भुगते।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-17811091210144393012008-11-27T14:49:00.000-05:002008-11-27T14:49:00.000-05:00मैंने मरने के लिए रिश्वत ली है ,मरने के लिए घूस ली...<A HREF="http://akshaya-mann-vijay.blogspot.com/" REL="nofollow">मैंने मरने के लिए रिश्वत ली है ,मरने के लिए घूस ली है ????<BR/>๑۩۞۩๑वन्दना <BR/>शब्दों की๑۩۞۩๑<BR/></A> <BR/>आप पढना और ये बात लोगो तक पहुंचानी जरुरी है ,,,,,<BR/>उन सैनिकों के साहस के लिए बलिदान और समर्पण के लिए देश की हमारी रक्षा के लिए जो बिना किसी स्वार्थ से बिना मतलब के हमारे लिए जान तक दे देते हैं<BR/>अक्षय-मन!!अक्षय-मन!!https://www.blogger.com/profile/05340059809215740706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-4415615283005579022008-11-27T13:06:00.000-05:002008-11-27T13:06:00.000-05:00समय आ गया है जब हम सब एकजुट होकर इन पशुओं को और इन...समय आ गया है जब हम सब एकजुट होकर इन पशुओं को और इनके पालने वालों को चुन-चुनकर उनके कर्मों का फल दिलाकर पीडितों के प्रति न्याय करने में सहायक बनें। इसके लिए इनकी पहचान और पकडा जाना तो ज़रूरी है ही, पक्के सबूत भी बहुत ज़रूरी हैं ताकि इस बार ये लोग हमेशा की तरह "अपराध साबित नहीं हुआ" की ढाल लेकर अपनी गतिविधियों को चला न सकें।<BR/> बिलकुल सही लिखा आप ने <BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-31535616829519434292008-11-27T09:54:00.000-05:002008-11-27T09:54:00.000-05:00राजा अगर नपुंसक हो तो उसकी प्रजा का यही हश्र होता ...राजा अगर नपुंसक हो तो उसकी प्रजा का यही हश्र होता है, प्रजा को अगर जिंदा रहना है तो उसे ऐसे नपुंसक राजा और उसकी नपुंसक सेना दोनों के खिलाफ विद्रोह कर उन्हें गद्दी से हटा देना चाहिये।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-19475621859218573852008-11-27T03:53:00.000-05:002008-11-27T03:53:00.000-05:00बहुत दुखद हादसा है। सच है जिन लोगो के परिवार वाले ...बहुत दुखद हादसा है। सच है जिन लोगो के परिवार वाले मारे गए होगें उन का यह जख्म कभी नही भरेगा।कुछ कहते नही बन पा रहा।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-57299518115619437962008-11-27T03:49:00.000-05:002008-11-27T03:49:00.000-05:00बहुत दुखद हादसा है। सच है जिन लोगो के परिवार वाले ...बहुत दुखद हादसा है। सच है जिन लोगो के परिवार वाले मारे गए होगें उन का यह जख्म कभी नही भरेगा।कुछ कहते नही बन पा रहा।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-26605664135041591612008-11-27T02:31:00.000-05:002008-11-27T02:31:00.000-05:00har baar dharm bich mai aaya hai aur aata rahega.....har baar dharm bich mai aaya hai aur aata rahega......<BR/>yahan kaun aatankwadi hai koi nahi sirf hai to ladai hai dharmo ki ye bhed-bhav ye aatankwaad jab tak nahi mitega jab tak sab dharm ek nahi ho jate...<BR/>iska matlab ye hua ye aatankwaad ye bhedbhav kabhi nahi khatm hoga ..<BR/>aur ek sawal ye bhi uthta hai kya aatankwaad ek rojgaar ban gaya hai?????<BR/>subha jab news padi to dil dehel gaya samajh nahi aata kya galti hai kya karain...<BR/>sach kaga bilkul goli ka badla goli.<BR/>kitne bebas hain......<BR/>आभार...अक्षय-मन <BR/> <A HREF="http://akshaya-mann-vijay.blogspot.com/" REL="nofollow"><BR/>๑۩۞۩๑वन्दना <BR/>शब्दों की๑۩۞۩๑<BR/></A>!!अक्षय-मन!!https://www.blogger.com/profile/05340059809215740706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-13855830730399490552008-11-27T01:30:00.000-05:002008-11-27T01:30:00.000-05:00शायद हमारी किसी कठोर निर्णयों को लेने की अषमता इन ...शायद हमारी किसी कठोर निर्णयों को लेने की अषमता इन आतंकवादियों के हौसले बुलंद कर रही है......इस वक़्त देश ऐसे मुहाने पर खड़ा है अब भी अगर हम नही चेते तो ये देश नही बचेगा .....अब सिर्फ़ कड़े ओर कड़े निर्णय लेने की जरुरत है ...कोई पंडित ,पैर पैगम्बर ,मौलाना ....अमर ,मुलायम ..आजमी ,कासमी कोई भी हो सबको लाठी से हांकना होगा...डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-65515019738607544812008-11-27T00:58:00.001-05:002008-11-27T00:58:00.001-05:00jab tak muslim tushtikaran jaari rahega, aisa hi h...jab tak muslim tushtikaran jaari rahega, aisa hi hota rahega.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-42604793908282014022008-11-27T00:58:00.000-05:002008-11-27T00:58:00.000-05:00jab tak muslim tushtikaran jaari rahega, aisa hi h...jab tak muslim tushtikaran jaari rahega, aisa hi hota rahega.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-10133195566587666722008-11-26T23:36:00.000-05:002008-11-26T23:36:00.000-05:00पुलिस और प्रशासन को तो अधिक चुस्ती और मुस्तैदी की ...पुलिस और प्रशासन को तो अधिक चुस्ती और मुस्तैदी की ज़रूरत है ही, आम जनता को भी आत्म-रक्षा और जन-सहायता के प्रशिक्षण की बड़ी मात्रा में ज़रूरत है।<BR/> आपकी व्यथा और चिंता स्वभाविक है , जरूरत है, मगर ऐसे हादसों के होने के बाद ही क्यूँ ????? क्यूँ प्रशाशन समय पर नही जागता , कितने लोग पीड़ित हुए हैं इस दर्दनाक हादसे मे .... सभी पीडितों को हमरी श्रधान्जली ... और कुछ कर भी तो नही सकते .."seema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-75427600420803471832008-11-26T23:14:00.000-05:002008-11-26T23:14:00.000-05:00सताया हुआ होने का ड्रामा करने वाले छिछले धार्मिक न...सताया हुआ होने का ड्रामा करने वाले छिछले धार्मिक नेता और तथाकथित सामाजिक अभिनेता और उनके साथ ही हम में से ही कुछ लोगों द्वारा इस वहशीपन को धर्म की दीवारों में बांटना भी दहशतगर्दों के दुस्साहस को बढावा ही देता है।<BR/><BR/>बहुत सही कहा आपने ! मुम्बई में रात से अभी तक कितनी तबाही चल रही है , जो अभी तिपनी लिखे जाने तक जारी है ! यह सब देख कर ही इनके होंसले समझे जा सकते हैं ! इन्ही कमजोरियों का आज नतीजा है की शहर के अन्दर युद्ध लड़ा जा रहा है ! और वो भी इस तरह का, जिसमे योद्धा योद्धा को नही कमजोर और निहत्थे लोगो को ये दहशतगर्द मार रहे हैं ! <BR/><BR/>अब कुछ ना कुछ ठोस करना ही होगा ! रामराम !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-69937888761744571422008-11-26T23:01:00.000-05:002008-11-26T23:01:00.000-05:00हमेशा की तरह सुंदर और यथार्थ परक पड़ताली आलेखहमेशा की तरह सुंदर और यथार्थ परक पड़ताली आलेखप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-47189337498978428112008-11-26T21:26:00.000-05:002008-11-26T21:26:00.000-05:00दुखद। कौन हैं ये लोग?दुखद। कौन हैं ये लोग?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-57303476420423528092008-11-26T21:16:00.000-05:002008-11-26T21:16:00.000-05:00सामूहिक प्रतिकार ही श्रेष्ठ सामाजिक प्रयत्न है ।...सामूहिक प्रतिकार ही श्रेष्ठ सामाजिक प्रयत्न है । सज्जनों की चुप्पी ही सारे संकटों का बडा कारण है ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com