tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post4855701039959116478..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: तुम्हारे बिनाSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-8524551455885127922008-08-28T21:38:00.000-04:002008-08-28T21:38:00.000-04:00गहरे विषाद के भाव और उपर दोस्तोँ की चुहलबाजी ! ..च...गहरे विषाद के भाव और उपर दोस्तोँ की चुहलबाजी ! <BR/>..चलिये, समय को,<BR/> " Fast Forward " ..<BR/>कर दीजिये :)<BR/>..<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-68989753126119209882008-08-28T15:20:00.000-04:002008-08-28T15:20:00.000-04:00मृतप्राय साजीवन काएहसास लियेचलता जा रहा हूँतुम्हार...मृतप्राय सा<BR/>जीवन का<BR/>एहसास लिये<BR/>चलता जा रहा हूँ<BR/>तुम्हारे बिना।<BR/><BR/>भइ वाह क्या बात हैदीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-12576808041321853022008-08-28T12:08:00.000-04:002008-08-28T12:08:00.000-04:00भाई यहां तो पूरे घाघ श्रोता हैं, हमारे प्रिय कवि क...भाई यहां तो पूरे घाघ श्रोता हैं, हमारे प्रिय कवि को सफाई देना पड़ गया :)<BR/>कविता अच्छी है, आगे की कथा भी सुनने को मिलेगी क्या :)Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-5308461150819922212008-08-28T10:12:00.000-04:002008-08-28T10:12:00.000-04:00kya baat hai.....aaj udaas hai....kya baat hai.....aaj udaas hai....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-44861317761000025232008-08-28T09:35:00.000-04:002008-08-28T09:35:00.000-04:00वाह बहुत खूब बहुत ही बढ़िया। उत्तम...अति सुंदर।।।।...वाह बहुत खूब बहुत ही बढ़िया। उत्तम...अति सुंदर।।।।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-89977153140729110002008-08-28T09:26:00.000-04:002008-08-28T09:26:00.000-04:00अरे भाई ताऊ रामपुरिया जी आप क्यों हमारे पीछे पड़े ह...अरे भाई ताऊ रामपुरिया जी आप क्यों <BR/>हमारे पीछे पड़े हो ! अब ये क्या जरुरी है की <BR/>पन्डताइअन जो मेरे साथ करेगी वो सबको बताया <BR/>ही जाय ! अरे हमारी पन्डताइन है दो चार धर भी<BR/>दिए तो पराई थोड़ी ही है ! आप भी तो ताई से हमेशा लट्ठ खाते रहते हो ! हम किसी को बताते हैं क्या ? आप ख़ुद ही चिल्लाते फिरते हो ! आप तो नंगे नबाव हो रहे हो ! अब हमारी तो ढकी रहने दो ! :)दीपक "तिवारी साहब"https://www.blogger.com/profile/04863783412484935270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-11629871387451383932008-08-28T09:14:00.000-04:002008-08-28T09:14:00.000-04:00डेड लाइन के चक्कर में ख़ुद को डेड न करें बंधू...नि...डेड लाइन के चक्कर में ख़ुद को डेड न करें बंधू...निराशा पूर्ण लेकिन फ़िर भी शब्द और भाव के लिहाज से उत्तम रचना...अगली पोस्ट एक मुस्कुराती रचना की होनी चाहिए...इन्तेजार रहेगा.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-54167261402897459802008-08-28T06:50:00.000-04:002008-08-28T06:50:00.000-04:00चल रहे थेसाथ साथएकाकीपन कीकल्पना भीकर जाती थीरचना ...चल रहे थे<BR/>साथ साथ<BR/>एकाकीपन की<BR/>कल्पना भी<BR/>कर जाती थी<BR/>रचना भले ही पुरानी हो पर भावनाएँ तो वही रहती हैं और विशेष परिस्थिति में पुनः जग जाती हैं। बधाई स्वीकारें।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-5487741460639968542008-08-28T05:32:00.000-04:002008-08-28T05:32:00.000-04:00बहुत अच्छी रचना है अनुराग जी !!!!!!!!!!बहुत अच्छी रचना है अनुराग जी !!!!!!!!!!विक्रांत बेशर्माhttps://www.blogger.com/profile/07105086711896834472noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-42063327572042050882008-08-28T00:27:00.000-04:002008-08-28T00:27:00.000-04:00बहुत सुंदर जी ..कभी कभी पुरानी यादों के पन्नो में ...बहुत सुंदर जी ..कभी कभी पुरानी यादों के पन्नो में से कुछ लिखना बहुत अच्छा लगता है .आपकी यह याद पसंद आईरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-41690462206164761472008-08-28T00:06:00.000-04:002008-08-28T00:06:00.000-04:00चलिए तसल्ली हुई ! पर कुछ बात भीहो तो बता दीजियेगा ...चलिए तसल्ली हुई ! पर कुछ बात भी<BR/>हो तो बता दीजियेगा ! वादा रहा ,<BR/>अगर पहली ही गलती हुई तो भाभी जी <BR/>को नही बताएँगे ! :) वैसे आपने ये तो <BR/>कबूल ही लिया है की किशोरावस्था में ये <BR/>गलती कर चुके हैं !<BR/>अब उसको याद भी नही करिएगा वरना <BR/>नतीजा तिवारी साहब से जान लीजियेगा !<BR/>इनकी काफी दुर्गति पन्डताइन कर चुकी हैं ! :) <BR/>क्यों तिवारी महाराज ?ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-80813694640903039242008-08-27T23:56:00.000-04:002008-08-27T23:56:00.000-04:00shukra hai mamla purana hai,purana bas mamla hi ...shukra hai mamla purana hai,purana bas mamla hi rahe rog purana na nikal jaye.bahut sunder,badhaiAnil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-40269914411145508392008-08-27T23:02:00.000-04:002008-08-27T23:02:00.000-04:00नाउम्मीदी बढ़ गयी है इस कदर, आरजू की आरजू होने लगी....<B>नाउम्मीदी बढ़ गयी है इस कदर, आरजू की आरजू होने लगी.</B><BR/>बंधु लोग, मैं सही सलामत हूँ, कई डैडलाइंस से जूझ रहा था इसलिए दिमागी कसरत से बचने के लिए किशोरावस्था में लिखी एक पुरानी याद सामने रख दी थी. बस इतना ही - आपकी चिंताएं और शुभकामनाये पढ़कर अच्छा लगा!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-30924428781007311192008-08-27T22:55:00.000-04:002008-08-27T22:55:00.000-04:00सुभान-अल्लाह ... क्या हो रिया है ये ?मिजाज बदले बद...सुभान-अल्लाह ... क्या हो रिया है ये ?<BR/>मिजाज बदले बदले से हैं ? ? ?ताऊजीhttps://www.blogger.com/profile/15156113325400105875noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-28437316255625637022008-08-27T22:51:00.000-04:002008-08-27T22:51:00.000-04:00दिल के बेहद करीब | बहुत उम्दा रचना |दिल के बेहद करीब | बहुत उम्दा रचना |makrandhttps://www.blogger.com/profile/14750141193155613957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-2742637015063978802008-08-27T22:45:00.000-04:002008-08-27T22:45:00.000-04:00कहाँ जा रहे हैं, हमें छोड़ कर?कहाँ जा रहे हैं, हमें छोड़ कर?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-61935100683794101392008-08-27T22:29:00.000-04:002008-08-27T22:29:00.000-04:00आज मैं निस्संग़तय कर चुका हूँअसीम दूरियाँदोस्त लगता...आज मैं निस्संग़<BR/>तय कर चुका हूँ<BR/>असीम दूरियाँ<BR/><BR/>दोस्त लगता है - कहीं चोट खा गए हो |<BR/>तिवारी साहब भी खा चुके हैं | हम अनुभव <BR/>से कह रहे हैं | पर भाव व्यक्त करने में सफल <BR/>रहे हैं आप | शुभकामनाएं | <BR/>- तिवारी साहबदीपक "तिवारी साहब"https://www.blogger.com/profile/04863783412484935270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-83330973588649182642008-08-27T22:25:00.000-04:002008-08-27T22:25:00.000-04:00बेहद उम्दा और गहराई को छूती हुई रचना !शुभकामनाएं !...बेहद उम्दा और गहराई को छूती हुई रचना !<BR/>शुभकामनाएं !Hiralhttps://www.blogger.com/profile/11802633283822668157noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-61614579781623045432008-08-27T22:07:00.000-04:002008-08-27T22:07:00.000-04:00जीवन काएहसास लियेचलता जा रहा हूँतुम्हारे बिना।के ब...<A>जीवन का<BR/>एहसास लिये<BR/>चलता जा रहा हूँ<BR/>तुम्हारे बिना।</A><BR/><BR/>के बात सै मित्र ? इतनी उदासी क्यूँकर आई ?<BR/>कोई गोरी कै चक्कर मै त नी आग्या सै म्हारा<BR/>मित्र ! भाई बचकै ज़रा ! और ठीक सै नी मान्या <BR/>त भाभी नै भी बताणा पडैगा ! :)<BR/><BR/>सुंदर शब्द रचना ! बधाई !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-52288307284358497652008-08-27T22:02:00.000-04:002008-08-27T22:02:00.000-04:00बहुत खूब!! वाह!बहुत खूब!! वाह!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com