tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post6433084600585750761..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: गन्धहीन - कहानी [समापन]Smart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-47176434014554698542012-02-22T00:54:39.397-05:002012-02-22T00:54:39.397-05:00मन के कोरों को भीगो दिया आपने। विह्वल कर दिया। अव्...मन के कोरों को भीगो दिया आपने। विह्वल कर दिया। अव्यक्त वेदना से भरा है मन इस क्षण। भावनाऍं मन में हैं जिसके पास जबान नहीं और जबान के पास भावनाऍं नहीं। 'अपने मन से जानीयो, मेरे मन की बात।' <br />तीनों किश्तें एक बार फिर पढनी 'ही' पडेंगी। एक साथ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-76872376119967404312012-02-16T14:28:13.253-05:002012-02-16T14:28:13.253-05:00टीसती है कहानी, पर मुझे लगा कि प्रतीक्षा सार्थक रह...टीसती है कहानी, पर मुझे लगा कि प्रतीक्षा सार्थक रही।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-19638871647983153722012-02-11T07:25:11.968-05:002012-02-11T07:25:11.968-05:00संबंधों की टूटन का एहसास किस सीमा तक तोड़ देता है ...संबंधों की टूटन का एहसास किस सीमा तक तोड़ देता है ,एक साथ अनेक रिश्तों की दरारें विचलित करने लगें तो ऐसा ही लगता होगा .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-23462007509676562002012-02-11T04:10:32.050-05:002012-02-11T04:10:32.050-05:00पहले भाग में गंध का विस्तार से वर्णन पढ़ कर लग रहा...पहले भाग में गंध का विस्तार से वर्णन पढ़ कर लग रहा था कि भूमिका लम्बी खिंच रही है लेकिन अंत पढ़कर उसके लिखने का महत्व समझ में आया। वर्तमान सामाजिक दशा का बखूबी चित्रण किया है आपने। धीरे-धीरे बढ़ रही कहानी में काव्य दर्शन और गंध के तिलस्म ने समस्या को बढ़िया ढंग से अभिव्यक्त किया है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-81474672271744767852012-02-09T22:50:28.977-05:002012-02-09T22:50:28.977-05:00कहानियां आखिर हमारे आस पास की जिंदगी से ही तो ली ज...कहानियां आखिर हमारे आस पास की जिंदगी से ही तो ली जाती हैं !<br />कहा जाता है कि माता पिता अपने बच्चों को जो सबसे कीमती उपहार दे सकते हैं , वह है एक दूसरे से प्यार !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-16046022721334126682012-02-09T22:12:49.165-05:002012-02-09T22:12:49.165-05:00अफ़सोस,कई बार हम अंदर की भावना के बजाय बाहरी-क्रिय...अफ़सोस,कई बार हम अंदर की भावना के बजाय बाहरी-क्रियाकलाप पर किसी व्यक्ति के बारे में धारणा बना लेते हैं,ऐसा ही देबू के साथ हुआ !<br /><br />उसके अंश ने उसे पहचाना,यही उसकी जीत रही !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-15942471487043759782012-02-09T20:44:47.996-05:002012-02-09T20:44:47.996-05:00सार्थक कहानी है !
अच्छी भी थोड़ी दुखद भी ....सार्थक कहानी है !<br />अच्छी भी थोड़ी दुखद भी ....Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-84748824718720750122012-02-09T14:09:56.984-05:002012-02-09T14:09:56.984-05:00’ज्यों की त्यों’ भी कहाँ धर पाते हैं हम लोग, वो कर...’ज्यों की त्यों’ भी कहाँ धर पाते हैं हम लोग, वो कर पाना भी संतों के वश की ही होती है...संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-26759548944496408422012-02-09T13:17:24.040-05:002012-02-09T13:17:24.040-05:00आस पास का सत्य ही है आप की इन कहानियों में..आस पास का सत्य ही है आप की इन कहानियों में..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-31425360917018846942012-02-09T13:14:27.919-05:002012-02-09T13:14:27.919-05:00आपकी कहानियाँ आस पास का सत्य ही हैं....आपकी कहानियाँ आस पास का सत्य ही हैं....भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-14818027768538666922012-02-09T13:03:28.704-05:002012-02-09T13:03:28.704-05:00बड़ी मार्मिक कहानी है .और आज के युग का सच होता जा ...बड़ी मार्मिक कहानी है .और आज के युग का सच होता जा रहा है यह.<br /><br />दोनों पक्ष में सही-गलत जो भी हो..भुगतता बच्चा ही है.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-60599103506141270182012-02-09T09:59:53.143-05:002012-02-09T09:59:53.143-05:00पूरी कथा बहुत प्रवाहमयी रही!पूरी कथा बहुत प्रवाहमयी रही!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-89825221390759931432012-02-09T09:32:43.521-05:002012-02-09T09:32:43.521-05:00दिल को छूती कहानी| धन्यवाद।दिल को छूती कहानी| धन्यवाद।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-982215335626012872012-02-09T07:57:46.548-05:002012-02-09T07:57:46.548-05:00किसी चलचित्र के मानिन्द तेज़ी से दौड़ते जीवन के बी...किसी चलचित्र के मानिन्द तेज़ी से दौड़ते जीवन के बीते पल दृष्टिपटल पर थमने से लगे हैं। "मामा, नानी आदि आपके बारे में कुछ भी कहते रहते हैं तो भी माँ टोकती नहीं। मेरा मन करता है कि वहाँ से उसी वक्त भाग आऊँ।" <br /><br />BEAUTIFUL STORY NARRATED BASED ON FAMILIER REALATION.<br />NO THANKS BECAUSE I AM WAITING AGAIN .Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-60959491411307109462012-02-09T05:44:04.211-05:002012-02-09T05:44:04.211-05:00तीनों अंक आज एक साथ पढ़े ... प्रवाह मय भाषा के साथ...तीनों अंक आज एक साथ पढ़े ... प्रवाह मय भाषा के साथ आपसी सम्बन्ध के गुड रहस्यों से पार होती नाद की अविरल धार सी बहती है कहानी ... समाप्त होते हुवे भी जैसे सतत है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-76841825504241427342012-02-09T05:01:28.094-05:002012-02-09T05:01:28.094-05:00ek gehre maun ke saath Debu ki man:stithi mehsoos ...ek gehre maun ke saath Debu ki man:stithi mehsoos kisonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-65307272300351158632012-02-09T01:45:53.459-05:002012-02-09T01:45:53.459-05:00सबसे जुड़ने और स्वयं बने रहने की दुविधा में झूलती ...सबसे जुड़ने और स्वयं बने रहने की दुविधा में झूलती कहानीप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-9421236924066682672012-02-09T01:23:03.345-05:002012-02-09T01:23:03.345-05:00इन्सान के सांसारिक संबंधो और मन के अन्दर की पारिवा...इन्सान के सांसारिक संबंधो और मन के अन्दर की पारिवारिक व्यथा संग एक दुखी और अद्वेलित मन में क्या-क्या पकता है , को बखूबी उजागर करती कहानी है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-44004560105435778122012-02-09T00:57:24.233-05:002012-02-09T00:57:24.233-05:00शुक्रवारीय चर्चामंच पर है यह उत्कृष्ट प्रस्तुति |शुक्रवारीय चर्चामंच पर है यह उत्कृष्ट प्रस्तुति |रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-44864221360624342852012-02-08T23:55:33.846-05:002012-02-08T23:55:33.846-05:00मैं दोहरा रहा हूँ अपनी बात कि मुझे मेरी कहानी मिल ...मैं दोहरा रहा हूँ अपनी बात कि मुझे मेरी कहानी मिल गयी लगती है... पारिवारिक संबंधों को रेखांकित करती, एक सत्यकथा... इसके पात्र देखे हुए से लगते हैं... आस पास के. दिल को छूती कहानी. और अगर मैं अपने ट्रेड-मार्क कमेंट के अंदाज़ में कहूँ तो "Fragile-handle with care!!" टाइप!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com