tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post7436668018172819985..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: एक अंतर-राष्ट्रीय वाहनSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-30169451620138457842020-02-05T08:13:09.687-05:002020-02-05T08:13:09.687-05:00कई देश हैं जहाँ अधिकतर लोग साईकिल से ही आते जाते ह...कई देश हैं जहाँ अधिकतर लोग साईकिल से ही आते जाते हैं जिससे वहां प्रदूषण कम हो। भारत में भी ऐसे कदम उठाने की सख्त जरुरत है। खासकर की दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में तो पास के लिए साइकल हे से जाना चाहिए। वैसे अच्छा लेख है सर आपका।<br />हम भी लिखने का शौक रखते हैं हमारे लेख पड़ने के लिए आप नीचे लिंक पर क्लिक सकते हैं।<br /><a href="https://www.jhakas.com/seasons-in-hindi/" rel="nofollow">https://www.jhakas.com/seasons-in-hindi/</a><br /><a href="https://jhakas.com/maut-shayari/" rel="nofollow">https://jhakas.com/maut-shayari/</a>Amithttps://www.blogger.com/profile/00010759340251043102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-1230855379807574682010-06-13T22:46:28.518-04:002010-06-13T22:46:28.518-04:00मैं बर्लिन गया था। वहां भी कुछ जगहों को घूमने के ल...मैं बर्लिन गया था। वहां भी कुछ जगहों को घूमने के लिये रिक्शे चलते हैं। लेकिन वे अपने देश या अमेरिका में चलने वाले रिक्शों से <a href="http://unmukt-hindi.blogspot.com/2008/01/what-to-see-in-berlin-city.html" rel="nofollow">फर्क</a> हैं।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-91675881419452657392010-06-13T20:29:14.360-04:002010-06-13T20:29:14.360-04:00अमेरिका में रिक्शा आ जाए तो मजा ही आ जाए। अभी घर ...अमेरिका में रिक्शा आ जाए तो मजा ही आ जाए। अभी घर में कैद होकर रह जाते हैं फिर तो चमन से बाते होंगी।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-33996168447340529362010-06-13T15:10:12.692-04:002010-06-13T15:10:12.692-04:00@मो सम कौन ? said...
सर जी, इको फ़्रेंडली होने के ...<b>@मो सम कौन ? said...<br />सर जी, इको फ़्रेंडली होने के कारण, सस्ता और सुलभ होने के कारण रिक्शा आकर्षित तो बहुत करता है, पर अपन बहुत अवायड करते हैं इस पर सवारी करना। आदमी का आदमी को ढोना रुचता नहीं है,<br /></b><br />मुझे इस मेहनत मे कोई बुराई नही दिखती है. मैं विकल्प न होने की दशा मे इसे सपोर्ट ही करूंगा.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-66783472922298747072010-06-13T15:05:35.534-04:002010-06-13T15:05:35.534-04:00@ गिरिजेश राव
लंडन में रह्ने वाले भारतीयों पर अबू...@ गिरिजेश राव <br />लंडन में रह्ने वाले भारतीयों पर अबू का एक बहुत पुराना कार्टून रखा था मेरे पास. शायद अभी भी दिल्ली में हो.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-66681946168513396152010-06-13T15:03:29.269-04:002010-06-13T15:03:29.269-04:00@Ratan Singh Shekhawat
धन्यवाद! आपके आलेख का लिंक ...@Ratan Singh Shekhawat<br />धन्यवाद! आपके आलेख का लिंक मैने पोस्ट में जोड दिया है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-16014855174477134222010-06-13T12:48:00.135-04:002010-06-13T12:48:00.135-04:00वाकई अंतर्राष्ट्रीय है... पर हमारे राष्ट्रीय लोग स...वाकई अंतर्राष्ट्रीय है... पर हमारे राष्ट्रीय लोग समझ पायें तब ना ....विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-40580853299393467692010-06-13T11:38:14.452-04:002010-06-13T11:38:14.452-04:00haha ...
ये सही चीज सामने लायी आपने
अब तांगे का न...haha ...<br />ये सही चीज सामने लायी आपने <br />अब तांगे का नंबर कब है :-)राम त्यागीhttps://www.blogger.com/profile/05351604129972671967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-67511267905895494902010-06-13T11:31:02.737-04:002010-06-13T11:31:02.737-04:00प्रदूषण रहित तो है ही, मानव के ऊपर सवारी और गति की...प्रदूषण रहित तो है ही, मानव के ऊपर सवारी और गति की बात छोड़ दी जाये तो.<br /><br />@ हमारे यहाँ तो आजकल बेटरी से चलने वाले रिक्शा आ गए जो प्रदूषण मुक्त तो है ही साथ इन पर सवारी कर मानव के ऊपर सवारी के पाप से भी बचा जा सकता है गति भी ठीक ठाक है |<br /><a href="http://www.gyandarpan.com/2010/02/blog-post.html" rel="nofollow">बैटरी से चलने वाले रिक्शा </a>Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-2935825480190134502010-06-13T11:24:50.881-04:002010-06-13T11:24:50.881-04:00प्रशंसनीय ।प्रशंसनीय ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-2023828246027720342010-06-13T10:54:52.157-04:002010-06-13T10:54:52.157-04:00बहुत ही सटीक!बहुत ही सटीक!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-38325071483197539412010-06-13T09:38:03.870-04:002010-06-13T09:38:03.870-04:00चलिये इसी में खुश रहते हैं कुछ दिन ।चलिये इसी में खुश रहते हैं कुछ दिन ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-37499095625949296822010-06-13T08:05:56.741-04:002010-06-13T08:05:56.741-04:00'मजबूरी' और 'मस्ती' का कारण जनसंख...'मजबूरी' और 'मस्ती' का कारण जनसंख्श तो नहीं?<br /><br />चित्रो के मामले मे तो आप 'प्रोफेशनल' हैं।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-85530940846643374362010-06-13T06:49:47.016-04:002010-06-13T06:49:47.016-04:00सादर वन्दे !
काजल कुमार जी से सहमत ! अमेरिका एक बा...सादर वन्दे !<br />काजल कुमार जी से सहमत ! अमेरिका एक बार मौका दे रिक्शा ही बदल देगा भारत अमरीका के सम्बन्ध को फिर सारे समझौतों पर हम हस्ताक्षर करवाएंगे वह भी अपनी शर्तों पर ..........<br />मजा आया इस जानकारी को पढ़कर |<br />रत्नेश त्रिपाठीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-83084172079722395192010-06-13T01:58:30.578-04:002010-06-13T01:58:30.578-04:00जो यहाँ पेट पालने की मज़बूरी है,
वो वहाँ दिखावे का ...<i><br />जो यहाँ पेट पालने की मज़बूरी है,<br />वो वहाँ दिखावे का भोगविलास ?<br />यहाँ के गरीब तबके की आजीविका..<br />वहाँ महज़ एक पर्यटन आकर्षण !<br />अब तो हमारे बच्चे भी फटी जीन्स पहनने को ’इट्ज़ ऍ हैपेनिंग थिं’ में शुमार करने लगे हैं ।<br /></i><br />मॉडरेशन है ?डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64365944062772263932010-06-13T01:50:32.752-04:002010-06-13T01:50:32.752-04:00प्रदूषण रहित तो है ही, मानव के ऊपर सवारी और गति की...प्रदूषण रहित तो है ही, मानव के ऊपर सवारी और गति की बात छोड़ दी जाये तो.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-23716932850155241602010-06-13T01:01:17.450-04:002010-06-13T01:01:17.450-04:00सर जी, इको फ़्रेंडली होने के कारण, सस्ता और सुलभ ह...सर जी, इको फ़्रेंडली होने के कारण, सस्ता और सुलभ होने के कारण रिक्शा आकर्षित तो बहुत करता है, पर अपन बहुत अवायड करते हैं इस पर सवारी करना। आदमी का आदमी को ढोना रुचता नहीं है, हां जब कभी जाना पड़े तो मोल भाव नहीं करते, बस।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-12318920570531647122010-06-12T23:41:16.365-04:002010-06-12T23:41:16.365-04:00सही बात है मैने भी सैन्फ्राँसिसको मे देखे थे। वहाँ...सही बात है मैने भी सैन्फ्राँसिसको मे देखे थे। वहाँ कई लोग बस मौज मस्ती और शौक के लिये ही इन पर घूमते हैं। चित्र बहुत अच्छे लगेनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-72173880942647482452010-06-12T23:10:36.602-04:002010-06-12T23:10:36.602-04:00Bahot umda lekh.......
Vastav me Bharat ke pas vo...Bahot umda lekh.......<br /> Vastav me Bharat ke pas vo sab tarike hai jisse wah sukhi rah sake kintu dekha-dekhi galat kar baithta hai......ab dekhiyega ricsa ko USA ne achha kaha hai to bhart wale bhi sochna suru karenge..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10556282352508107055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-86460647150836921962010-06-12T23:01:46.350-04:002010-06-12T23:01:46.350-04:00भारत में तो रिक्शा आवागमन का एक साधन है. अमेरिका म...भारत में तो रिक्शा आवागमन का एक साधन है. अमेरिका में संभवतः यह मनोरंजन का साधन होगा. जैसे भारत के अनेक शहरों में अब तांगा मनोरंजन का साधन है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-91736337312196099102010-06-12T22:36:57.657-04:002010-06-12T22:36:57.657-04:00@ काजल कुमार
क्या खूब कही !
इस टिप्पणी के विषय को...@ काजल कुमार<br />क्या खूब कही ! <br />इस टिप्पणी के विषय को ले कर एक हास्य व्यंग्य लिखा जा सकता है। अपना मूड आजकल दूसरा है, सतीश पंचम को कोंचता हूँ।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-65303694928359325272010-06-12T22:22:37.755-04:002010-06-12T22:22:37.755-04:00रिक्षा भारत की मजबूरी और जरूरत है, अमरीका के लिए म...रिक्षा भारत की मजबूरी और जरूरत है, अमरीका के लिए मौज का सामान।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-81600230076444618242010-06-12T22:07:38.354-04:002010-06-12T22:07:38.354-04:00हम जिस अच्छाई को बुराई जान छोड़ देते हैं उसे बाकी ...हम जिस अच्छाई को बुराई जान छोड़ देते हैं उसे बाकी दुनिया उचित सम्मान देती है..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-92166346768875182232010-06-12T22:07:38.355-04:002010-06-12T22:07:38.355-04:00मनोरंजन और मजबूरी...कितना अंतर है...मजा आया देखकर....मनोरंजन और मजबूरी...कितना अंतर है...मजा आया देखकर.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-80380331010305844912010-06-12T21:36:32.292-04:002010-06-12T21:36:32.292-04:00@काजल कुमार
क्या बात कही है - ऐसे ही कोई कार्तूनिस...@काजल कुमार<br />क्या बात कही है - ऐसे ही कोई कार्तूनिस्त नही बन जाता है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com