tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post8224372991828632010..comments2024-03-17T12:17:02.187-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: शहीदों को तो बख्श दो - भाग 1. भूमिकाSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-25367178742964164312013-03-24T08:57:09.785-04:002013-03-24T08:57:09.785-04:00आज के दिन महान क्रांतिकारियों , भगतसिंह जी , राजगु...आज के दिन महान क्रांतिकारियों , भगतसिंह जी , राजगुरु जी , और सुखदेव जी को नमनShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-7235497278484978262011-07-24T15:29:52.815-04:002011-07-24T15:29:52.815-04:00आज इस ब्लॉग पे पहली बार आया...और यकीं मानिये अब आत...आज इस ब्लॉग पे पहली बार आया...और यकीं मानिये अब आता ही रहूँगा...और जितनी पोस्ट अभी पढ़ सकता हूँ अभी...बाकि कल...पर पढूंगा ज़रूर..<br />ये वो तथ्य हैं जो बहुत लोगो को नहीं पता हैं...आप लिखते रहिये...इस ज्ञान कि गंगा का रसास्वादन जीवनदायी है...देवांशु निगमhttps://www.blogger.com/profile/16694228440801501650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-66704840227344958652011-07-08T15:12:47.961-04:002011-07-08T15:12:47.961-04:00प्रसन्न हूँ जान कर कि ये आप लिख रहे हैं, प्रतीक्षा...प्रसन्न हूँ जान कर कि ये आप लिख रहे हैं, प्रतीक्षारत।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-90190691261431857152011-07-04T09:53:52.020-04:002011-07-04T09:53:52.020-04:00ऐसे व्यक्तित्वों को समग्रता में न देखकर सिर्फ़ आस्...ऐसे व्यक्तित्वों को समग्रता में न देखकर सिर्फ़ आस्तिक\नास्तिक\हिन्दु\मुस्लिम\बंगाली\पंजाबी के दायरे में देखना या तो सरासर भोलापन है या सरासर कुटिलता। उनके जीवन का उद्देश्य, उनके द्वारा उद्देश्य प्राप्ति के लिये चुकाई गई निस्वार्थ कीमत हमारे लिये उन्हें सिर्फ़ श्रद्धेय बनाते हैं फ़िर वे चाहे किसी भी धर्म, जाति, प्रांत या विचारधारा से प्रभावित हों।<br />अगली कडि़यों का इंतजार है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64303171689105020062011-07-03T00:44:57.170-04:002011-07-03T00:44:57.170-04:00तब क्रान्तिकारिओं का धर्म नही होता था वो सब के लिय...तब क्रान्तिकारिओं का धर्म नही होता था वो सब के लिये लडते मरते थे लेकिन आज क्रान्तिकारी धर्म के नाम से जाने जाते हैं। एक दूसरे धर्म के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जेहादिओं को आतंकवादिओं को क्रान्तिकारी सम्बोधन दिया जाता है। बेहतरीन पोस्ट। इसे जारी रखें। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-54559068281879021322011-07-02T14:59:40.770-04:002011-07-02T14:59:40.770-04:00भगतसिंह पर बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है। ऐसे आलेख...भगतसिंह पर बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है। ऐसे आलेख उनके वास्तविक स्वरूप को सामने लाऍंगे।<br /><br />स्तुत्य प्रयास और प्रस्तुति।विnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-57506616613605084262011-07-02T11:27:48.443-04:002011-07-02T11:27:48.443-04:00भगत सिंह के बारे में कुछ् स्थिति स्पष्ट हुई। धन्यव...भगत सिंह के बारे में कुछ् स्थिति स्पष्ट हुई। धन्यवाद।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-38597978846004489772011-07-01T15:56:28.331-04:002011-07-01T15:56:28.331-04:00सत्य और सुन्दर.सत्य और सुन्दर.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-62336468984621207452011-07-01T09:10:03.322-04:002011-07-01T09:10:03.322-04:00अनुराग जी,
यह नास्तिकों का पुराना शगल है। जैसे ही...अनुराग जी,<br /><br />यह नास्तिकों का पुराना शगल है। जैसे ही कोई तथ्यपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है छपाक से कह उठेगें, "क्रान्तिकारीयों का कोई धर्म नहीं होता। अन्यथा वर्ना गढ गढ के देंगे कि फलां फलां क्रांति कारी नास्तिक थे…॥<br />जैसे क्रांतिकारीयों का कोई धर्म नहीं होता ठीक वैसे ही क्रांतिकारी (मां के) कभी भी नास्तिक नहीं होते।<br /><br />यह तो आपकी तरह कोई कोई ही प्रमाण लाता है। अन्यथा इनको तो कुछ और ही सिद्ध करना है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-39587197545054980392011-06-30T23:49:39.279-04:002011-06-30T23:49:39.279-04:00अनुराग जी - धन्यवाद इस लेख के लिए ... | आपके लेखन ...अनुराग जी - धन्यवाद इस लेख के लिए ... | आपके लेखन में पठन की जो महक है - वह आपके पोस्ट्स को बहुत वजन देती है ...| थैंक्स .. :) ... और आपने जो लिखा है " मूर्ख और मृतक अपने विचारों से चिपक जाते हैं " ... सच है | सोचना यह है कि जीवित लोगों को यह बात - बार बार - याद क्यों दिलानी पड़ती है ....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-51710603212466172032011-06-30T14:47:07.432-04:002011-06-30T14:47:07.432-04:00बहुत अच्छा आलेख व अच्छी जानकारी है...
किन्तु मैं श...बहुत अच्छा आलेख व अच्छी जानकारी है...<br />किन्तु मैं शीर्षक से थोडा कन्फ्यूज़ हूँ...<br />कृपया मार्गदर्शन करें...दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-55686882274628712652011-06-30T14:31:58.176-04:002011-06-30T14:31:58.176-04:00बहुत अच्छी जानकारी दी आप ने, बचपन मे पिता जी मुझे ...बहुत अच्छी जानकारी दी आप ने, बचपन मे पिता जी मुझे इन सभी शहिदो की जीवनिया पढने को दिया करते थे, ओर इन की खुब कहानियां सुनाते थे,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-15642797752094480772011-06-30T12:51:40.641-04:002011-06-30T12:51:40.641-04:00@मैं स्वयँ ही ऎसे आलेख पर कार्य कर रहा हूँ....
आद...@मैं स्वयँ ही ऎसे आलेख पर कार्य कर रहा हूँ....<br /><br />आदरणीय अमर जी ,<br />वाह, क्या बात है , आपके आलेख का इन्तजार रहेगा , जैसे आपकी टिप्पणियों का रहता है :)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-56799661573984346882011-06-30T12:08:48.648-04:002011-06-30T12:08:48.648-04:00यह तो संग्रहनीय पोस्ट बन गयी मेरे लिए,बहुत सुंदर,ज...यह तो संग्रहनीय पोस्ट बन गयी मेरे लिए,बहुत सुंदर,जारी रखें,आभार.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-1917109373262020822011-06-30T09:57:28.224-04:002011-06-30T09:57:28.224-04:00न जाने किसने खड़ी कर दी यह दीवाल हम सबके बीच।न जाने किसने खड़ी कर दी यह दीवाल हम सबके बीच।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-339757254249657802011-06-30T07:20:13.311-04:002011-06-30T07:20:13.311-04:00उन वीरो में जोश था कुछ कर जाने का , आज कल होश है ल...उन वीरो में जोश था कुछ कर जाने का , आज कल होश है लूट लेने का ! बहुत सुन्दर यादे ! वीरो को नमनG.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-49738386058658194072011-06-30T03:34:44.701-04:002011-06-30T03:34:44.701-04:00This comment has been removed by the author.एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-36836282423189350922011-06-30T01:31:33.951-04:002011-06-30T01:31:33.951-04:00सही कहा क्रांतिकारियों का कोई धर्म नहीं होता है दे...सही कहा क्रांतिकारियों का कोई धर्म नहीं होता है देश भक्ति ही उनका पहला धर्म और विचार होता है किन्तु एक ब्लॉग पढ़ा था जहा ये कहने का प्रयास किया जा रहा था की भगत सिंह नास्तिक नहीं आस्तिक थे और आस्तिक होने के कारण ही देश भक्त थे | हम अभी तो फिर भी आजादी से जुड़े कई क्रन्तिकारियो को याद करते है पर मुझे नहीं लगता है की हमारे बाद वाली पीढ़िया आजादी के आन्दोलन से जुड़े कुछ खास नेताओ के आलावा किसी अन्य को जान पायेगी सरकारों का रवैया ही ऐसा है बस जनता एक ही खानदान को याद रखे उनकी तो यही चाहत है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-41561302202667058962011-06-30T01:17:23.527-04:002011-06-30T01:17:23.527-04:00bahut jankari bhara aalekh aur shahidon ko hamara ...bahut jankari bhara aalekh aur shahidon ko hamara namanShalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-7326666603076187382011-06-30T00:57:36.945-04:002011-06-30T00:57:36.945-04:00.इस आलेख को पढ़ कर राहत मिली..
मैं स्वयँ ही ऎसे आले....<i>इस आलेख को पढ़ कर राहत मिली..<br />मैं स्वयँ ही ऎसे आलेख पर कार्य कर रहा हूँ,<br />ज्ञान की कुछ पोथियाँ चबाते और मुँह से उसका झाग यहाँ वहाँ बिखराते हुये विचरते बछड़ों को पालने वालों के लिये यह जानकारी शायद कुछ काम की हो । क्राँतिकारी का कोई धर्म नहीं होता.. उसका पहला धर्म देशभक्ति ही है । स्वाधीनता सँग्राम की क्राँति मेरा प्रिय विषय है... और यदि हम बारीकी से देखें.. तो हमारे देश का कोई भी क्राँतिकारी उन्मादी ( जैसा कि लोग समझते हैं ).... कोई भी क्राँतिकारी उन्मादी नहीं बल्कि तर्कशील अध्येता रहे हैं । <br />वह धर्मोन्मादी तो कभी से भी नहीं रहे, नमाज़ी अशफ़ाक़ और जनेऊधारी बिस्मिल के एक थाली में खाने का जिक्र स्वयँ बिस्मिल और शिव वर्मा ने किया है । उन्हें किसी धर्म या ग्रँथ विशेष से जोड़ने वालों ने देश का बड़ा अनर्थ किया है ! वस्तुतः क्राँति और बदलाव के आन्दोलनों को धर्म के सँकीर्ण नज़रिये से देखने वालों ने ही देश के विभाजन की बुनियाद डाल दी थी ( वतनपरस्त अल्लामा इ्क़बाल का रातोरात मौलाना इकबाल में बदल जाने के कारणों का किस्सा कौन नहीं जानता ? )<br />आस्तिकता को हिन्दू-ईश्वर , मलेच्छ-ईश्वर से जोड़ कर या मोक्ष और कयामत के इँसाफ़ से जोड़ कर देखने पढ़ने गुनने वालों पर तरस आता है । यह कैसा आत्म-ध्रुवीकरण है... क्या हमारी आस्तिकता देश और मातृभूमि के लिये नहीं हो सकती ?<br /><br />N.B.<br />आगामी टिप्पणियाँ यदि मेल से करूँ तो ?<br />पाठकों के मध्य त्वरित प्रतिक्रिया ( उग्र ही सही ) और परिसँवाद से रास्ते का मॉडरेशन से गुज़रना वस्तुतः एक अवरोध ( वैचारिक स्पीड-ब्रेकर ) है ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-17327247040393753682011-06-30T00:10:45.493-04:002011-06-30T00:10:45.493-04:00मुझे इस लेख का इन्तजार था |
इस पोस्ट के लिंक को अप...मुझे इस लेख का इन्तजार था |<br />इस पोस्ट के लिंक को अपनी पोस्ट से जोड़ रहा हूँ |एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-34482980478259533862011-06-29T23:33:17.327-04:002011-06-29T23:33:17.327-04:00@सलिल भाई के लिए ...
आप भी इन दिनों शहीदी रुख अख्त...@सलिल भाई के लिए ...<br />आप भी इन दिनों शहीदी रुख अख्तियार किये हुए हैं ...<br />इसी तेवर को बनाए रखिये :)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-33972133226491593122011-06-29T23:31:28.934-04:002011-06-29T23:31:28.934-04:00यह लेखन श्रृंखलाबद्ध चले तो कितने मिथ और ग्रंथी /ग...यह लेखन श्रृंखलाबद्ध चले तो कितने मिथ और ग्रंथी /ग्रंथियां टूटें !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-85855976712882427482011-06-29T23:23:28.200-04:002011-06-29T23:23:28.200-04:00आज का यह आलेख पढने के बाद उन शहीदों के प्रति जो जा...आज का यह आलेख पढने के बाद उन शहीदों के प्रति जो जानकारी मिली वह अमूल्य है...<br />. <br />एक बात इस पोस्ट से अलग:<br />जिन महाशय ने कभी आपको भगोड़े भारतीय के खिताब से नवाजा था, उन्हें यह आलेख और ऐसे ही कई आलेख जो आपने पूर्ण शोध के आधार पर लिखे हैं, पढना चाहिए!मगर क्या किया जा सकता है- मूर्ख और मृतक अपने विचारों से चिपक जाते हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-23056554144887671252011-06-29T23:09:44.807-04:002011-06-29T23:09:44.807-04:00बहुत कुछ नई जानकारी मिली। बहुत ही अच्छा आलेख।बहुत कुछ नई जानकारी मिली। बहुत ही अच्छा आलेख।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com