tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post2423266600897278751..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: आभासी सम्बन्ध और ब्लॉगिंगSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger88125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-70961681849258525772012-07-15T04:52:06.263-04:002012-07-15T04:52:06.263-04:00Couldn't have agreed more! :)
Wonderfully wond...Couldn't have agreed more! :)<br />Wonderfully wonderfulAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-41004861542946024122012-07-05T09:45:12.167-04:002012-07-05T09:45:12.167-04:00आपका विश्लेषण गजब का है। आजकल ब्लॉग भ्रमण कम हो रह...आपका विश्लेषण गजब का है। आजकल ब्लॉग भ्रमण कम हो रहा है किन्तु यह सब होता था याद आ रहा है।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-70423681658229751852012-07-04T21:35:45.606-04:002012-07-04T21:35:45.606-04:00गोदियाल जी,
हीरे की पहचान जौहरी को होती है, आपका ...गोदियाल जी, <br />हीरे की पहचान जौहरी को होती है, आपका सम्पर्क सूत्र मिले तो उपायों पर कुछ बातचीत होSmart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-17424685840364576472012-07-04T21:34:12.170-04:002012-07-04T21:34:12.170-04:00परेशान? हम? आपके सेंस ऑफ़ ह्यूमर की दाद देनी पड़ेग...परेशान? हम? आपके सेंस ऑफ़ ह्यूमर की दाद देनी पड़ेगी!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-18154017119312023362012-07-02T01:05:18.215-04:002012-07-02T01:05:18.215-04:00सहनशक्ति की सीमायें, कार्य, अनुभव और मैत्री के स्त...सहनशक्ति की सीमायें, कार्य, अनुभव और मैत्री के स्तर के अनुसार कम-बढ होती हैं...समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64733701598802567032012-06-30T07:59:03.109-04:002012-06-30T07:59:03.109-04:00पाठक तक पहुचने के सभी साधन रचनाकार /ब्लोगर उठाते ...पाठक तक पहुचने के सभी साधन रचनाकार /ब्लोगर उठाते हैं.. .. इस से पहले पीढी के लोग कवियों से परेशान रहा करते थे जो पकड़ पकड़ कर कवितायेँ सुनाते थे... खैर.. एक बात यह भी है कि गूगल भी यही चाहता है... बिना बाजारवाद से गूगल का खर्चा कैसे निकलेगा...ब्रांड/नाम कैसे पहुचेगा अधिक लोगों तक... जितने अधिक लोगों तक ब्लॉग पहुचेगा.. गूगल भी... किन्तु जैसे जैसे लोग मैच्यूर होंगे चीज़े सामान्य होंगी. सृजनात्मकता भी महीने भर बाद शांत हो जाती है. मैं स्वयं भी शुरू में महीने भर में २० पोस्ट लिखता था अब तीन चार से अधिक नहीं हो पाती... आभासी दुनिया का बढ़िया विश्लेषण किया है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-7180936488000186632012-06-30T05:00:09.743-04:002012-06-30T05:00:09.743-04:00बहुत कन्फ्यूजन है ब्लोगिंग में :
1. वो ब्लोगर हमार...बहुत कन्फ्यूजन है ब्लोगिंग में :<br />1. वो ब्लोगर हमारी बहन / हमारा भाई है <br />( - सिर्फ इसलिए कभी गलत नहीं हो सकता/ सकती, जस्टिफाई करने हम बैठे हैं )<br /><br />2. आप जैसे युवा ही इस देश का भविष्य हैं <br />( - बशर्ते आपकी सोच हमारी सोच से मेल खाती हो या हमें ऐसा लगे की भविष्य में हम आपकी अपनी बातों कन्विन्स कर सकेंगे )<br /><br />3. टिप्पणी में व्यंग नहीं होना चाहिए <br />( - लेकिन इस नियम में हमने कुछ लोगों को छूट दे दी है क्योंकि वो व्यंग ऐसी बातों पर करते हैं जिन पर हम भी करना चाहते हैं )<br /><br />हम बड़े जिज्ञासु हैं पोस्ट के जरिये सवाल पूछते हैं <br />( - वैसे उत्तर जानने में हमारा कोई इंटरेस्ट नहीं है )<br /><br />डिस्क्लेमर - या दिल की सुनो दुनिया वालों या मुझको अभी चुप रहने दो................ :)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-41352841211373971532012-06-30T02:22:16.607-04:002012-06-30T02:22:16.607-04:00हाथ की पांचो अंगुलियो की तरह दुनिया में भी कोई समा...हाथ की पांचो अंगुलियो की तरह दुनिया में भी कोई समानता नही हैtravel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-26455397385314161302012-06-30T00:41:45.992-04:002012-06-30T00:41:45.992-04:00ek-antral pe is tarah ke post jaruri hai....atm-av...ek-antral pe is tarah ke post jaruri hai....atm-avlokan ka avsar mil jata hai....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-37164957579951806552012-06-30T00:07:01.586-04:002012-06-30T00:07:01.586-04:00आदरणीय राकेश जी, कृपया मुझे शर्मिन्दा न कीजिये। आप...आदरणीय राकेश जी, कृपया मुझे शर्मिन्दा न कीजिये। आपके नये आलेख की तो सदा प्रतीक्षा रहती है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64575222688973056912012-06-30T00:01:15.087-04:002012-06-30T00:01:15.087-04:00अच्छा अवलोकन किया है आपने आभासी दुनिया का.
बुराई ब...अच्छा अवलोकन किया है आपने आभासी दुनिया का.<br />बुराई बहुत हो सकती है,पर थोड़ी अच्छाई भी है यहाँ.<br /><br />निर्मानमोहा जितसंगदोषा.....<br /><br />आपके मेरे ब्लॉग पर आने से बहुत खुशी मिलती है अनुराग जी.<br />यदि आपको कभी कोई कष्ट हुआ हो तो क्षमा चाहता हूँ.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-43771199139132604022012-06-29T13:35:00.023-04:002012-06-29T13:35:00.023-04:00bahut sahi kaha aapne ..........bahut sahi kaha aapne ..........Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-57366157877908731282012-06-28T17:05:20.577-04:002012-06-28T17:05:20.577-04:00अरुणा कपूर जी, आपसे सहमत हूँ। कुछ किये बिना ही कुछ...अरुणा कपूर जी, आपसे सहमत हूँ। कुछ किये बिना ही कुछ करने का अहसास पाने के लिये भी ब्लॉग-ब्लॉग का खेल खेला जाता है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-45279872569337294282012-06-27T23:37:13.692-04:002012-06-27T23:37:13.692-04:00अच्छा पोस्ट मार्टम कर डाला. .अच्छा पोस्ट मार्टम कर डाला. .P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-68867891927659495172012-06-27T22:32:39.982-04:002012-06-27T22:32:39.982-04:00मत पूछिए की नये ब्लॉग पोस्ट की ईमेल से मैं कितना प...मत पूछिए की नये ब्लॉग पोस्ट की ईमेल से मैं कितना परेसान रहता हूँ...हर दिन दस पन्द्रह ईमेल तो डिलीट करने ही पड़ते हैं :(<br />और ब्लॉग में ऑडियो और विडियो चलने वाली बात से तो मैं भी कभी कभी बहुत इरिटेट हो जाता हूँ और वहाँ कमेन्ट करने का पूरा मूड ही बिगड़ जाता है..<br />कितने लोगों की दिल की बात आपने कह दी है इस पोस्ट में :) :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-831705581023888112012-06-27T15:12:01.040-04:002012-06-27T15:12:01.040-04:00सृजन करने वाले लोगों में एक अलग धुन होती है...इसे ...सृजन करने वाले लोगों में एक अलग धुन होती है...इसे पहचान कर ही कोई सृजनकारी हो सकता है।मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-90601506923531035262012-06-27T13:00:56.122-04:002012-06-27T13:00:56.122-04:00धन्यवाद अजय!धन्यवाद अजय!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-3534280785854271712012-06-27T10:55:13.004-04:002012-06-27T10:55:13.004-04:00ब्लॉगिंग का पूरा विच्छेदन कर सामने रख दिया..हर एक ...ब्लॉगिंग का पूरा विच्छेदन कर सामने रख दिया..हर एक तथ्य..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-54805222072508434092012-06-27T10:12:06.582-04:002012-06-27T10:12:06.582-04:00@"इस अध्ययन से यह बात तो सामने आई ही है कि अन...@"इस अध्ययन से यह बात तो सामने आई ही है कि अनेक लोगों के लिए यह आभासी संसार भी वास्तविक जगत जैसा ही सच्चा है। साथ ही इससे यह भी पता लगता है कि कई लोग दूसरों को आहत करने का एक नया मार्ग भी अपना रहे हैं।" <br /><br />हक़िकत में वास्तविक जगत में एक सीमा तक ही अपने से श्रेष्ट गुणवत्तावान मिल पाते है। पर यहां तो विशाल और विराट संख्या में प्रतिस्पर्धा के लिए लोग सहज ही प्राप्य है जिन्हें हताश निराश या आह्त किया जा सके।<br /><br />आपने बहुत ही सामान्य व्यवहार में छुपी छद्म मंशाओ बाहर लाने का कार्य किया है। गम्भीर समस्या पर गहनता से विचार!!<br />बहुत बहुत आभार!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-11617709311525445722012-06-27T09:18:56.051-04:002012-06-27T09:18:56.051-04:00लोग खुलकर ही लिख रहे हैं, कोई यहाँ लिखे कोई वहाँ ल...लोग खुलकर ही लिख रहे हैं, कोई यहाँ लिखे कोई वहाँ लिखे :)<br />कमेंट्स से सदा ही बहुत कुछ जानने को मिलता है, इस बार भी पोस्ट में जाने-अनजाने छूटे अनेक पक्ष टिप्पणियों द्वारा सामने आये हैं। सभी विमर्शकारों का आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-86706783798149831692012-06-27T09:05:08.673-04:002012-06-27T09:05:08.673-04:00सहा कहा। न हो तो जीना मुहाल हो जाय उनका। आइने के स...सहा कहा। न हो तो जीना मुहाल हो जाय उनका। आइने के सामने सज संवर कर जाना पड़ता है।:) यही समाज है, यही आभासी दुनियाँ है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-15002380479413180742012-06-27T09:01:23.380-04:002012-06-27T09:01:23.380-04:00उम्मीद थी कि लोग खुलकर लिखेंगे। कमेंटस् से पोस्ट स...उम्मीद थी कि लोग खुलकर लिखेंगे। कमेंटस् से पोस्ट समृद्ध हुई।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-52675411358224259312012-06-27T08:55:16.685-04:002012-06-27T08:55:16.685-04:00आपने सही कहा अनुराग, ब्लागिंग को हमें गंभीर माध्यम...आपने सही कहा अनुराग, ब्लागिंग को हमें गंभीर माध्यम बनाना चाहिए, हम हो सकता है ऐसा लिखें जिससे पाठक का समय नष्ट हो जाए, इस अपराध के लिए ब्लागर दोषी नहीं है क्योंकि उसने आपको स्वयं आमंत्रित नहीं किया लेकिन जब वो पढ़ने आए और आपने कोई न्यूज लगा दी अथवा अखबार में छपी अपनी खबर लगा दी तो यह तो ब्लागिंग नहीं है, इस माध्यम के प्रति हमको सचेत होना चाहिए, गंभीर होना चाहिए। सोशल मीडिया पर अच्छे और विचारपरक लेख के लिए आभार।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-17550209436268285092012-06-27T07:31:47.816-04:002012-06-27T07:31:47.816-04:00सार्थक प्रस्तुति!सार्थक प्रस्तुति!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-6910889474034223282012-06-27T07:24:04.273-04:002012-06-27T07:24:04.273-04:00विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को भी ये सब पता होगा...विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को भी ये सब पता होगा ?Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.com