tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post6420763989894918592..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: ग्राहक मेरा देवता [इस्पात नगरी से - 25]Smart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-55091204780793576022011-11-03T02:35:25.912-04:002011-11-03T02:35:25.912-04:00हम लोग बेमतलब अपनी इमानदारी की कसमें खाते हैं.:)हम लोग बेमतलब अपनी इमानदारी की कसमें खाते हैं.:)दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-70397615355118360332010-06-28T08:29:28.531-04:002010-06-28T08:29:28.531-04:00मेरे दोस्त जापान गए थे कुछ दिनों पहले... टैक्सी वा...मेरे दोस्त जापान गए थे कुछ दिनों पहले... टैक्सी वाले ने होटल के पिछले दरवाजे पर उतार दिया. जब उन्होंने वापस आकर टैक्सी वाले से कहा कि इंट्री दूसरी तरफ से है और मुझे इतना सारा सामान लेकर जाना पड़ेगा तो ड्राईवर ने उन्हें पहुचाया भी और आधे पैसे वापस करने लगा. कई बार सॉरी बोला... वेल... मेरे दोस्त के बहुत समझाने पर ही उसने पूरे पैसे लिए... जापान पहुचते ही हुई इस एक घटना ने उन्हें इतना प्रभावित किया... वो सबसे ये किस्सा सुनाते रहते हैं.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-80601797062009888182010-06-24T10:16:38.409-04:002010-06-24T10:16:38.409-04:00ये और ऐसी कुछ बातें, फुटकर रूप में पढी हैं किन्तु...ये और ऐसी कुछ बातें, फुटकर रूप में पढी हैं किन्तु इतनी सारी अच्छी बातें एक साथ पढना सुखकर लगता है।<br /><br />हम आदर्श अनुप्रेरति समाज हैं। हम खुद 'राम' नहीं हो सकते किन्तु हमें एक राम चाहिए।<br /><br />बीमा एजेण्ट होने के कारण 'अर्श से फर्श' तक के स्तर के लोगों से मिलना होता है। मेरा अनुभव है कि भारत का गरीब, भारत के अमीर की तुलना में बहुत-बहुत अधिक ईमानदार है। किन्तु भारत के गरीबों की ईमानदारी के किस्से छापने के लिए हमारे अखबारों के पास न तो फुरसत है और न ही जगह।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-14364254506660723292010-06-24T02:26:13.270-04:002010-06-24T02:26:13.270-04:00इसीलिए तो कहते है १०० मे से नब्बे बैईमान फिर भी मे...इसीलिए तो कहते है १०० मे से नब्बे बैईमान फिर भी मेरा भारत महान जे हिंदWahreindiahttp://wahreindia.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-27126751462340719392010-06-24T02:19:41.508-04:002010-06-24T02:19:41.508-04:00इसीलिए तो कहते है १०० मे से नब्बे बैईमान फिर भी मे...इसीलिए तो कहते है १०० मे से नब्बे बैईमान फिर भी मेरा भारत महानwahreindiahttp://www.wareindia.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-1349805819180886132010-06-23T22:53:48.634-04:002010-06-23T22:53:48.634-04:00@ Anurag ji-
It's not funny. I am just an ...@ Anurag ji-<br /><br />It's not funny. I am just an 'odd person' here, who's view on this topic is not in consonance with yours.<br /><br />But if you want me appease you...then let me say--<br /><br />Indians are all 'chor-uchhake'<br /><br />Videsh Jindabaad !ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-62049140735309272422010-06-23T19:48:18.008-04:002010-06-23T19:48:18.008-04:00@दिनेशराय द्विवेदी
आश्चर्य को नमस्कार!
@ Divya
...@दिनेशराय द्विवेदी <br />आश्चर्य को नमस्कार!<br /><br />@ Divya<br />वेरी फनी! <br /><br />@ Amitraghat <br />आपके मुँह में घी शक्कर!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-16198049590121430622010-06-23T13:25:25.537-04:002010-06-23T13:25:25.537-04:00सरस, रोचक और एक सांस में पठनीय रचना के लिए बधाई।सरस, रोचक और एक सांस में पठनीय रचना के लिए बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-70332465413764454412010-06-23T12:33:43.099-04:002010-06-23T12:33:43.099-04:00निश्तित तौर पर ये सही बात है कि हम भारतियों को pra...निश्तित तौर पर ये सही बात है कि हम भारतियों को practically भी कुछ सीखना होगा. मेरे भी कई किस्से है जो में जरूर आपसे प्रेरित होकर लिखूंगा किसी दिन ....में तो घर कि चाबी ही २ -३ बार दरवाजे में लगी छोड़ दिया, दूसरे दिन सुबह जब घर से बाहर गए और चाबी खोजी तो पता चला कि बाहर ही लगी पड़ी है :)राम त्यागीhttps://www.blogger.com/profile/05351604129972671967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-50437416021361959192010-06-23T08:36:11.911-04:002010-06-23T08:36:11.911-04:00ईमानदारी वहाँ के जीवन का एक आम हिस्सा है, अनुकरणीय...ईमानदारी वहाँ के जीवन का एक आम हिस्सा है, अनुकरणीय है।<br />वैसे हम इतनी ईमानदारी से अपनी बेईमानी स्वीकार कर लेते हैं, यह भी तो ईमानदारी ही है, वो भी उच्च स्तर की :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-92135452222243182872010-06-23T06:58:42.821-04:002010-06-23T06:58:42.821-04:00क्या कभी हम खुद ऐसी ईमानदारी आपने जीवन में ला पाएं...क्या कभी हम खुद ऐसी ईमानदारी आपने जीवन में ला पाएंगे? मेरा मत है कभी नहीं. बस यूँ ही दुसरे देशों की कहानियां सुन सुन कर अपना दिल ख़राब करते रहेंगे जैसा की वहां के समुद्र तटीय इलाकों की तस्वीरें देख कर अपना मन ख़राब करते रहते हैं.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-63408899213595487432010-06-23T05:56:53.037-04:002010-06-23T05:56:53.037-04:00आप की एक एक बात से सहमत हुं, मेरा पर्स एक दो बार ख...आप की एक एक बात से सहमत हुं, मेरा पर्स एक दो बार खोया ओर मेने उसे दोबारा पाया. इस बार मेरा मोबाईल जिस पर लिखा था कि ३७० घंटे स्टेंड वाई रहे गा, उस की बेटरी ४० घंटे से ज्यादा नही चलती मेरे फ़ोन मात्र करने से वो मेरा फ़ोन घर से ले गये ओर कुछ दिनो बाद नया फ़ोन दे गये, <b><br />हम कब इन बातो मै इन की नकल करेगे </b>राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-87690584651616161492010-06-23T05:55:09.519-04:002010-06-23T05:55:09.519-04:00ईमानदारी दिखाना और सामने वाले को ईमानदार मानना, दो...ईमानदारी दिखाना और सामने वाले को ईमानदार मानना, दोनों ही पक्षों में मजबूत दिखा वहाँ का समाज ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-89290170972876658882010-06-23T04:49:33.152-04:002010-06-23T04:49:33.152-04:00ओह लगता है यह किसी दूसरी दुनिया की बात हो रही है.....ओह लगता है यह किसी दूसरी दुनिया की बात हो रही है......<br /><br />सुखद भी लगा और दुखद भी...अभी भी ऐसे स्थान हैं धरती पर,यह सुखी कर गया और अपने भारत में ऐसा कभी नहीं होगा,यह निश्चित ही अफसोसनाक है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-7528383102240643332010-06-23T03:58:37.989-04:002010-06-23T03:58:37.989-04:00एक घटना याद आ रही है पता नहीं सच है या झूठ. कहीं प...एक घटना याद आ रही है पता नहीं सच है या झूठ. कहीं पढ़ा था कि गांधी जी अफ्रीका में कहीं दूध लेने जाते थे, एक दिन दूध कम पड़ गया तो उन्होंने डेरी मालकिन से कहा कि आप इसमें पानी क्यों नहीं मिला लेतीं. इस पर उस महिला ने जबाव दिया कि तुम भारतीय अपने ही लोगों को धोखा देने के कारण ही इतने वर्षों से गुलाम हो. मैं अपने भाईयों को धोखा नहीं दे सकती. यहां लाला खराब चीज पहले टिकायेगा. वारण्टी में होगी तब भी नहीं ठीक करायेगा.. भारत दुर्दशा का यही कारण है कि हर आदमी दूसरे को धोखा दे रहा है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-77548534144458779012010-06-23T03:39:18.292-04:002010-06-23T03:39:18.292-04:00हमारी सबसे बड़ी समस्या बढती हुई आबादी और बेरोजगारी...हमारी सबसे बड़ी समस्या बढती हुई आबादी और बेरोजगारी है. आपके इस सुखद अनुभव के इए बधाई.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-28217549997854496352010-06-23T02:59:28.965-04:002010-06-23T02:59:28.965-04:00ईमानदारी यहाँ के आम जीवन का हिस्सा है। आम तौर पर ल...ईमानदारी यहाँ के आम जीवन का हिस्सा है। आम तौर पर लोग किसी दूसरे के सामान, संपत्ति आदि पर कब्ज़ा करने के बारे में नहीं सोचते हैं।<br />- बहुत अच्छा लगा यह सुन कर. विदेश में रह रहे ब्लोगर बन्धु अपने अपने देशों की अच्छाइयों, बुराइयों से अवगत कराते रहे तो भारतीयों को भी प्रेरणा मिल सकती है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-76651186002992748092010-06-23T01:17:42.520-04:002010-06-23T01:17:42.520-04:00"बेहतरीन पोस्ट अनुराग जी अब हिन्दुस्तान में भ..."बेहतरीन पोस्ट अनुराग जी अब हिन्दुस्तान में भी बदलाव आ रहा है जो नैतिकता खो चुकी थी वह अब दोबारा से जन्म ले रही है......"Amitraghathttps://www.blogger.com/profile/13388650458624496424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-341812946641529182010-06-23T00:58:09.718-04:002010-06-23T00:58:09.718-04:00मैं एक भारतीय हूं।
और मुझे भारतीय होने पर गर्व है।...मैं एक भारतीय हूं।<br />और मुझे भारतीय होने पर गर्व है।<br />भारत में जितनी भी बुराइयां हैं वे सभी मेरे ही कारण हैं, क्योंकि यह मेरी संस्कृति है।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-75826888353576074722010-06-23T00:29:45.934-04:002010-06-23T00:29:45.934-04:00.
Thanks for sharing your experiences.
I have man....<br />Thanks for sharing your experiences.<br /><br />I have many similar experiences in my own country -Indian.<br /><br />I will always be grateful to India and Indians.<br /><br />I cannot become Gandhi or Bhagat Singh still--Ye mohhabbat kabhi kam na hogi..<br /><br />Ye purab hai purab wale...'Har jaan ki keemat jaante hain..'<br /><br />A Proud Indian,<br />DivyaZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-43837683053961961992010-06-23T00:09:39.842-04:002010-06-23T00:09:39.842-04:00अरे हमारे यहा भी ईमानदारी है ....... किताबो में.अरे हमारे यहा भी ईमानदारी है ....... किताबो में.dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-91080894590152984302010-06-22T23:44:49.366-04:002010-06-22T23:44:49.366-04:00और तो सब सही है, पर चादर को दान में देना बिलकुल नह...और तो सब सही है, पर चादर को दान में देना बिलकुल नहीं भाया। चादर क्षमा याचना सहित वापस दुकानदार को वापस लौटानी चाहिए थी। आश्चर्य भी हुआ कि अमरीका में चादर दान में प्राप्त करने वाली स्थिति वाले लोग भी हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-29166128184049441022010-06-22T23:37:16.516-04:002010-06-22T23:37:16.516-04:00हर कोई अक्सर ये कहते पाया जाता है कि हम पश्चिम की ...हर कोई अक्सर ये कहते पाया जाता है कि हम पश्चिम की नकल करते हैं इस लिये हमारी संस्कृ्ति का क्षय हुया है मगर वहाँ जा कर और वहाँ की संस्क्र्ति को देख कर कुछएक बातों के सिवा मुझे लगा उन लोगों मे ेअभी बहुत कुछ हम से अच्छा और सीखने योग्य है। मगर हम बुरी बातें तो सीख लेते हैं अच्छी बातें भूल जाते हैं सार्थक पोस्ट। शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-76126525269811629962010-06-22T23:03:29.056-04:002010-06-22T23:03:29.056-04:00भाई, इतने कठिन सवाल क्यों पूछते हो? फिर भी, पूछा ह...भाई, इतने कठिन सवाल क्यों पूछते हो? फिर भी, पूछा है तो जवाब हाज़िर है - <br /><br />1. वह चादर मैंने देखी ही नहीं, डॉ. साहब स्वयं ही गुडविल नामक स्वयंसेवी संस्था में अपने कुछ अन्य कपड़ों के साथ दान कर आये.<br /><br />2. ठीक से पता नहीं मगर आयेंगे तो लखनऊ ज़रूर आयेंगे, यह तय है. लसोड़े, सेमरगुल्ले, करौंदे, हरी मिर्च आदि की सब्जी बनवा लेना.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-42124905294062121252010-06-22T23:00:12.199-04:002010-06-22T23:00:12.199-04:00कभी कभी लगता है की हम कितने गए गुजरे हो गए ....कभी कभी लगता है की हम कितने गए गुजरे हो गए ....Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com