tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post6590827852565807139..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: बॉस्टन में वसंत का जापानी महोत्सव - इस्पात नगरी से [58]Smart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64953047045860217262012-05-03T08:59:02.459-04:002012-05-03T08:59:02.459-04:00जापान अमेरिका ही नहीं विश्व के कई देश अपने संस्कृत...जापान अमेरिका ही नहीं विश्व के कई देश अपने संस्कृत और रीति रिवाजों कों बचा के रखने के प्रयासों में रत हैं ... आपके द्वारा लाजवाब चित्रों और शब्दों के माध्यम से हम भी शामिल हो जाते हैं ऐसे समारोहों में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64090535085284324982012-05-02T23:18:07.932-04:002012-05-02T23:18:07.932-04:00आपने तो हमें भी इस उत्सव में शरीक कर दिया। आपके प...आपने तो हमें भी इस उत्सव में शरीक कर दिया। आपके परिश्रम को नमन और इस प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।<br /><br />ढोल वादन ने आनन्द ही ला दिया।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-58287211838123776162012-05-02T21:39:03.171-04:002012-05-02T21:39:03.171-04:00तस्वीरें सभी जानदार हैं, आपके चैरी ब्लोस्सम को का...तस्वीरें सभी जानदार हैं, आपके चैरी ब्लोस्सम को काला टीका लगा छोडिये, अपना दिल उस पर कम से कम तीसरी बार आया है:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-82749958495467388912012-05-02T15:53:43.411-04:002012-05-02T15:53:43.411-04:00my comment?my comment?संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-74128712630916089562012-05-02T13:01:54.338-04:002012-05-02T13:01:54.338-04:00अमेरिका में रह कर सुदूर देशों के उत्सव देखने को मि...अमेरिका में रह कर सुदूर देशों के उत्सव देखने को मिल जाते हैं - आनन्दमग्न होने के अपनेअपने ढंग !<br />प्रकृति अपने रँग भरे समारोह आयोजित करती है साल में दो बार. -कितना कुछ मिला है ,फिर भी तो इंसान को चैन नहीं पड़ता.प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-32669844988863636002012-05-02T12:39:05.687-04:002012-05-02T12:39:05.687-04:00costum,tradition,and social realation must be alwa...costum,tradition,and social realation must be always part of such festival.if it there in real way than we should proud of this part.<br />nice post i like it, beautiful pictures. thanks sir.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-50667412202484217832012-05-02T08:45:47.972-04:002012-05-02T08:45:47.972-04:00अमेरिका में जापान वसंत उत्सव की झलकियाँ बहुत आकर्ष...अमेरिका में जापान वसंत उत्सव की झलकियाँ बहुत आकर्षक हैं..बहुत आभार इस रोचक पोस्ट के लिये !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-49339833336500744062012-05-02T02:55:29.033-04:002012-05-02T02:55:29.033-04:00संस्कृतियों को लेकर उदार संस्कृति!!
यही सार्थक विक...संस्कृतियों को लेकर उदार संस्कृति!!<br />यही सार्थक विकास का सूत्र है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-68895835484800576702012-05-01T22:16:54.008-04:002012-05-01T22:16:54.008-04:00वसंत और पतझड़ के आलोक में संस्कृतियों की वैविध्या...वसंत और पतझड़ के आलोक में संस्कृतियों की वैविध्यातापूर्ण जानकारी ...सिर्फ अपनी संस्कृति पर ही अभिमान ना करते रहन , बल्कि अन्य उन्नत संस्कृतियों के उज्जवल पक्ष को देखना , समझना भी एक कला है !<br />रोचक !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-37032011336628814342012-05-01T22:10:34.433-04:002012-05-01T22:10:34.433-04:00रविकर जी, इस आलेख को चर्चा मंच पर रखने के लिए आभार...रविकर जी, इस आलेख को चर्चा मंच पर रखने के लिए आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-25389605787350262512012-05-01T22:06:33.581-04:002012-05-01T22:06:33.581-04:00र्ंगीली छटा मनमोहक है..र्ंगीली छटा मनमोहक है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-28943269974989104452012-05-01T13:39:49.213-04:002012-05-01T13:39:49.213-04:00यह पोस्ट अलग हट कर और बहुत अच्छी लगी भाई जी !
इस प...यह पोस्ट अलग हट कर और बहुत अच्छी लगी भाई जी !<br />इस प्रकार के उत्सवों की जानकारी आनंदमय है साथ में कलरफुल फोटो जान हैं इस उत्सव के !<br />आभार आपका !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-90486522574615398972012-05-01T12:58:43.647-04:002012-05-01T12:58:43.647-04:00जापानी संस्कृति भी हमारी तरह प्राचीन उन्नति और हर्...जापानी संस्कृति भी हमारी तरह प्राचीन उन्नति और हर्ष सहिष्णुता और उदारता को प्ररित करते हैं।sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-52678972652440206392012-05-01T05:56:20.504-04:002012-05-01T05:56:20.504-04:00प्राचीन भारत और आधुनिक अमेरिका इस बात के सशक्त उदा...प्राचीन भारत और आधुनिक अमेरिका इस बात के सशक्त उदाहरण हैं कि सहिष्णुता और उदारता किसी राष्ट्र के उत्थान में कितनी आवश्यक है।<br /> <br />बहुत sahi कहा aapne....<br /><br />bada ही achcha laga japani sanskriti के vishay में jankar...<br /><br />aabhar आपका...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-8201518699253070022012-05-01T05:30:19.245-04:002012-05-01T05:30:19.245-04:00मौसमी फूलों से सन्देश लेकर कि "ज़िंदगी फूलों क...मौसमी फूलों से सन्देश लेकर कि "ज़िंदगी फूलों की नहीं/फूलों की तरह मंहकी रहे",फूल से बच्चों के बाद एक अलग राष्ट्र में एक तीसरे राष्ट्र की सांस्कृतिक गतिविधियों को समेटना और हमारे साथ साझा करना, बस आप ही के बस की बात है!!<br />बहुत ही रोचक और जानकारीपूर्ण!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-59016156594377988352012-05-01T05:13:27.657-04:002012-05-01T05:13:27.657-04:00ये बैठ के, ठहर के तसल्ली से जुगाली करते हुए पढने क...ये बैठ के, ठहर के तसल्ली से जुगाली करते हुए पढने की पोस्ट है।<br />सुख देते मनभावन चित्र और उनका वर्णन।<br />आभार आपका, जो इन्हें साझा किया।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-12333335297096865372012-05-01T04:45:38.447-04:002012-05-01T04:45:38.447-04:00अमेरिका में जापानी मेला और मेले में विश्व भर के लो...अमेरिका में जापानी मेला और मेले में विश्व भर के लोग ! पारस्परिक सौहार्द का अच्छा उदाहरण .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-74470999859721515202012-05-01T04:39:34.901-04:002012-05-01T04:39:34.901-04:00मनोहारी है सबकुछ.मनोहारी है सबकुछ.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-47537646828931882812012-05-01T03:31:33.383-04:002012-05-01T03:31:33.383-04:00बहुत सुन्दर तस्वीर हैं | वसंत सबका मन मोह लेता है ...बहुत सुन्दर तस्वीर हैं | वसंत सबका मन मोह लेता है और सामाजिक उत्सव हमारे संबधों को मजबूत करते हैं|Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-24410218564174009472012-05-01T02:52:57.950-04:002012-05-01T02:52:57.950-04:00जापानी संस्कृति भी हमारी तरह प्राचीन है.... सुंदर...जापानी संस्कृति भी हमारी तरह प्राचीन है.... सुंदर आलेख.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-27192072713533307792012-05-01T02:31:45.202-04:002012-05-01T02:31:45.202-04:00आनन्दम... आनन्दम....
अमेरिका पुरानाभारत हो रहा है ...आनन्दम... आनन्दम....<br />अमेरिका पुरानाभारत हो रहा है और भारत ? ....वैचारिक-सांस्कृतिक सहिष्णुता से उन्नति और हर्ष के मार्ग खुलते हैं। अब हमें अमेरिका से वह सीखना होगा जो कभी लोग भारत से सीखते थे। अमेरिका का वसंत मेला ..वह भी जापानी स्टाइल में ....आनन्दम ही आनन्दम ....। लगता है यायावरी में माहिर हो गये हैं अनुज।बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-40127207450567574742012-05-01T02:30:33.635-04:002012-05-01T02:30:33.635-04:00उत्सव जीवन में उत्साह भरते हैं...
सुन्दर प्रस्तुति...उत्सव जीवन में उत्साह भरते हैं...<br />सुन्दर प्रस्तुति.Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-32336372133466523922012-05-01T01:36:13.081-04:002012-05-01T01:36:13.081-04:00आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति
बुधवारीय चर्चा-मंच पर...आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति <br />बुधवारीय चर्चा-मंच पर |<br /><br />charchamanch.blogspot.comरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-91920170872750616912012-05-01T00:56:13.050-04:002012-05-01T00:56:13.050-04:00इतनी तस्वीरें और विडियो और इतना सुन्दर आलेख :)इतनी तस्वीरें और विडियो और इतना सुन्दर आलेख :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-11964239196230700502012-05-01T00:13:52.041-04:002012-05-01T00:13:52.041-04:00सचमुच बसंत और पतझड़ थोड़ी देर ठहर कर फुर्सत से देख...सचमुच बसंत और पतझड़ थोड़ी देर ठहर कर फुर्सत से देखे-समझे जाने की चीज हैं, इससे जीवन के उतार-चढ़ाव को समझना आसान हो जाता है।वर्षाhttps://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.com