tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post802223662808520775..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: बोनसाई बनाएं - क्विक ट्यूटोरियलSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-4650902655959661092016-12-24T01:31:50.653-05:002016-12-24T01:31:50.653-05:00bde bhaiya ne blog dhoondha aur poochha 'inhe ...bde bhaiya ne blog dhoondha aur poochha 'inhe pahchanti hai?' maine kahaa'wow! ye to hmare Anurag ji ka blog hai. aapko kaise mila?" unhone btaya ki wo bonsais ke baare me search kr rhe the' aur.....pahunch gaye hm dono bhai behen. ha ha ha jio jio mere bhai!इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-5405092846267462722015-12-28T05:22:15.116-05:002015-12-28T05:22:15.116-05:00शुक्रिया ...हम भी ये प्रयोग करेंगेशुक्रिया ...हम भी ये प्रयोग करेंगेसरयू प्रसाद मिश्रnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-47527948495367665012015-10-05T08:54:20.385-04:002015-10-05T08:54:20.385-04:00ham paakad,peepal ka bonsai taiyaar karne me lage ...ham paakad,peepal ka bonsai taiyaar karne me lage hain, aapki baato se jaankari mili ki Jamun aur aam bhi upukt hai bonsai ke liye, hamare gamle me jamun aur aam bhi hain, unki bhi bonsai banaane ka ab prayaas karoonga, Margdarshan k liye Dhanyavaad. prashant<br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-91674289806999702762010-06-13T11:41:14.005-04:002010-06-13T11:41:14.005-04:00शुक्रिया ...हम भी ये प्रयोग करेंगेशुक्रिया ...हम भी ये प्रयोग करेंगेराम त्यागीhttps://www.blogger.com/profile/05351604129972671967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-25118490809306899232010-06-12T18:48:56.312-04:002010-06-12T18:48:56.312-04:00शुक्रिया 'इंडियन' जी .
आज आपका ये ब्लॉग दे...शुक्रिया 'इंडियन' जी .<br />आज आपका ये ब्लॉग देखा ,कुछ नया और अलग जानने को मिला तो अच्छा लगा और सबसे अच्छी <br />लगी ''आपके गुरु की सीख ''.लता 'हया'https://www.blogger.com/profile/10512517381147885252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-83708664609438900582010-06-12T08:51:18.939-04:002010-06-12T08:51:18.939-04:00रंजना जी, फलधारी वृक्ष लगाने की आपकी सलाह बहुत अच्...रंजना जी, फलधारी वृक्ष लगाने की आपकी सलाह बहुत अच्छी है. इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. साथ ही वृक्ष फल के साथ-साथ पक्षियों को आश्रय भी देते हैं. भविष्य पुराण के अनुसार एक वृक्ष कई सुकर्मा बेटों से अधिक पुण्यशाली है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-62956297918462144192010-06-12T07:02:59.072-04:002010-06-12T07:02:59.072-04:00बहुत अच्छा किया आपने मेरे अनुरोध को मानकर. धन्यवाद...बहुत अच्छा किया आपने मेरे अनुरोध को मानकर. धन्यवाद. एक तो जरूर बनाकर देखता हूं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-21701191063354924862010-06-12T06:56:04.536-04:002010-06-12T06:56:04.536-04:00वड़े परिश्रम का काम है...मेरे जैसों के बूते का नही...वड़े परिश्रम का काम है...मेरे जैसों के बूते का नहींKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-12252459844657500402010-06-12T05:43:22.152-04:002010-06-12T05:43:22.152-04:00इतना अंदाजा तो था कि बोनसाई पौधे बनाना बड़ा श्रमसा...इतना अंदाजा तो था कि बोनसाई पौधे बनाना बड़ा श्रमसाध्य होगा, पर विवरण पढ़ आज इसकी पुष्टि हो गयी ...<br />यह भी स्पष्ट हुआ कि आप को पेड़ पौधों से बड़ा लगाव होगा...बड़ा सुखद लगा यह जानना...<br /><br />आपसे एक अनुरोध है...यदि हो सके तो अपने जीवन में फलों (पूर्ण विकसित हो सकने योग्य) तथा नीम इत्यादि के कुछ पेड़ अवश्य लगायें...स्वयं भी लगायें तथा औरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें...हम प्रकृति से जितना कुछ लेते हैं , अपने जीवन में उसका एक क्षीण अंश भी यदि चुका सकें ,तो बड़ा अच्छा रहेगा ...नहीं ?रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-34149572580060236892010-06-12T02:42:38.167-04:002010-06-12T02:42:38.167-04:00बागवानी का तो बड़ा शौक है. जानकारी के आभाव में बोन...बागवानी का तो बड़ा शौक है. जानकारी के आभाव में बोनसाई कभी ट्राय नहीं कर पाया. .... अब आपके मार्गदर्शन में कोशिश करते हैं.<br />बेहतरीन ब्लॉग और बढ़िया पोस्ट.<br />धन्यवाद !Kirtish Bhatthttps://www.blogger.com/profile/10695042291155160289noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-10352001890560570842010-06-12T00:20:57.152-04:002010-06-12T00:20:57.152-04:00@ VICHAAR SHOONYA
बीज से लीची उगाकर आपने तो कमाल क...<b>@ VICHAAR SHOONYA</b><br />बीज से लीची उगाकर आपने तो कमाल कर दिया. लीची के बीज अगर फल से निकलने के तुरंत बाद (गीली) मिट्टी में दबा दिए जाएँ तो उग आते हैं. देर होने पर या सूख जाने पर नहीं पनपते. <br /><br />यह शंकालु नव-वास्तु कब आया पता नहीं मगर बोन-साई (पात्र में पौधा) भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है.<br /><br />आपकी "नर्क से स्वर्ग" पोस्ट पर टिप्पणी नहीं हो पा रही थी इसलिए यहाँ लिख रहा हूँ - नर्क का एक अर्थ नीची ज़मीन (पहाड़ का विलोम?) भी होता है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-28449999480075295202010-06-12T00:19:49.010-04:002010-06-12T00:19:49.010-04:00@ गिरिजेश राव
हरसिंगार और अमलतास...
नाम पढ़ते ही ...<b>@ गिरिजेश राव<br />हरसिंगार और अमलतास...</b> <br />नाम पढ़ते ही हारसिंगार की दैवी सुवास मानो आसपास भर गयी... <br /><br />पतितों की समस्या काफी जटिल है. <br /><br /><b>@ पाण्डेय जी, (द्वय)</b><br />ज़रूर - नेकी और पूछ-पूछ!<br /><br /><b>@ द्विवेदी जी</b><br />हार्दिक आभार! चित्रों की प्रतीक्षा रहेगी.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-2886283558447201782010-06-11T23:56:05.659-04:002010-06-11T23:56:05.659-04:00ऐसे लेख हिन्दी को समृद्ध करते हैं। बहुत आवश्यकता ह...ऐसे लेख हिन्दी को समृद्ध करते हैं। बहुत आवश्यकता है ऐसे विविध विषयी लेखों की। <br /><br />@बलरामपुर में रहने वाले हमारे गुरुजी किसी का किस्सा सुनाते हैं जो न बढ़ने वाले, या बीमार हो रहे पौधों को फटकार देते थे, "दो दिन में ठीक नहीं हुए तो उखाड़ फेंकेंगे." अधिकाँश पौधे डर के मारे सुधर जाते थे.<br /><br />घर के बाहर लगाए गए हरसिंगार और अमलतास के पौधों को डाँट लगाता हूँ। बढ़ ही नहीं रहे, जमीन में लगे हैं लेकिन बोनसाई हो रहे हैं :) <br /><br />पिछली पोस्ट से सबक मिली - बोनसाई न लगाओ। लहलहाते कनैल को कोई पतित तीन दिनों तक लगातार तोड़ तोड़ कर कुंठित कर गया। क्रोध को सँभाल पाया कि जहाँ कोई बस न हो वहाँ क्यों दु:खी होना लेकिन बोनसाई मरेंगे तो अपने को समझा भी नहीं पाऊँगा।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-43710181997010044612010-06-11T23:56:05.660-04:002010-06-11T23:56:05.660-04:00श्रीमतीजी को पढ़ाते हैं, उन्हें शौक है ।श्रीमतीजी को पढ़ाते हैं, उन्हें शौक है ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-74100030588121718582010-06-11T23:33:18.593-04:002010-06-11T23:33:18.593-04:00thanks for sharing
regardsthanks for sharing<br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-84530261252215533262010-06-11T22:52:11.501-04:002010-06-11T22:52:11.501-04:00छोटा था तब बोनसाई बनाने में मेरी रूचि थी .गमले में...छोटा था तब बोनसाई बनाने में मेरी रूचि थी .गमले में उग रहे वृक्ष बहुत आकर्षित करते थे. तब बहुत बार कोशिश की थी बोनसाई बनाने की. आज मेरा बेटा भी जब भी कोई फल खाता है तो उसका बीज गमले में उगा अता है. उसके प्रयास से गमलों में मेरे पास लीची, चीकू और आम के, बीज से उगे हुए पोंधे है. जब से वास्तुशास्त्र में रूचि हुई तो पता चला की बोनसाई को घर में लगाना शुभ नहीं होता. पर फिर भी आपके पिछले और वर्तमान लेख ने मुझे मेरे पुराने शौक की याद दिला दी और लगा की ये आदमी अपनी तरह का ही है.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-11669073589026876142010-06-11T22:33:22.790-04:002010-06-11T22:33:22.790-04:00बोन्साई मैं पहले घर में रख चुका हूँ। अभी नहीं है। ...बोन्साई मैं पहले घर में रख चुका हूँ। अभी नहीं है। चलिए आप कहते हैं तो जामुन से ही आरंभ करते हैं। वैसे अदालत परिसर में कुछ जामुन के वृक्ष हैं और इन दिनों बिना पके जामुनों से लदे हुए हैं। सप्ताहांत के बाद उन के चित्र आप के लिए सहेजने का प्रयत्न करता हूँ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-30124019949287855792010-06-11T21:45:32.237-04:002010-06-11T21:45:32.237-04:00बोनसाई में रुचि रखनेवालों के लिए यह जानकारी तो मान...बोनसाई में रुचि रखनेवालों के लिए यह जानकारी तो मानो अनमोल निधि है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-66941599851910673642010-06-11T21:11:43.964-04:002010-06-11T21:11:43.964-04:00मैं इलाहाबाद मण्डल के डीआरएम के पीए से तकाजा करता ...मैं इलाहाबाद मण्डल के डीआरएम के पीए से तकाजा करता रह गया कि वह कहीं से एक दो बोंसाई ला कर दे दे। अब लगता है आपकी पोस्टों से प्रेरणा ले स्वयम तैयार करने होंगे।<br />पत्नीजी को मोटीवेट करता हूं!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-40323552873700078512010-06-11T21:03:59.642-04:002010-06-11T21:03:59.642-04:00ये सही सीख दी..बढ़िया क्लास!!ये सही सीख दी..बढ़िया क्लास!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-77783906658044694752010-06-11T19:56:22.977-04:002010-06-11T19:56:22.977-04:00बड़े काम की जानकारी देने के लिए ...आभारबड़े काम की जानकारी देने के लिए ...आभारसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-3998229614909686282010-06-11T19:51:44.871-04:002010-06-11T19:51:44.871-04:00विचारणीय आलेख
आभार
ब्लाग4 वार्ता प्रिंट मीडिया प...विचारणीय आलेख<br /><br />आभार<br /><br /><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/06/4_12.html" rel="nofollow">ब्लाग4 वार्ता प्रिंट मीडिया पर प्रति सोमवार </a>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-59803834899363577852010-06-11T19:39:50.707-04:002010-06-11T19:39:50.707-04:00ye aapne bahut hi accha kiya hai..
logon ko is sha...ye aapne bahut hi accha kiya hai..<br />logon ko is shauk ki taraf jaane ki prerna bhi milegi aur ek naye hunar se do-chaar bhi ho jaayenge...<br />aapka aabhaar...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.com