tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post8435849434639002933..comments2024-03-23T20:44:05.692-04:00Comments on * An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: सोशल मीडिया पर मेरे प्रयोग Smart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-81902248627518216992015-09-15T02:49:45.069-04:002015-09-15T02:49:45.069-04:00वाकई ! खूबसूरत खिड़की खुली है |वाकई ! खूबसूरत खिड़की खुली है |Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-59518096603254524062015-09-13T13:12:35.263-04:002015-09-13T13:12:35.263-04:00विगत 3 वर्षों से मेरा ब्लॉग से हटने के पीछे मेरी भ...विगत 3 वर्षों से मेरा ब्लॉग से हटने के पीछे मेरी भाग दौड़ की जिंदगी, समयाभाव और अपने लैपटॉप से दूर हो जाना रहा है। जब कभी मौका मिला ब्लॉग भले न पढ़ पाया कुछ न कुछ लिखा। ट्रेन में आते-जाते मोबाइल से फेसबुक चलाना सरल लगता है। अभी घर में हूँ मगर लेटे-लेटे मोबाइल से ही लिख रहा हूँ। ब्लॉग वाली बात फेसबुक में नहीं। फेसबुक को रफ नोट की तरह प्रयोग कर ब्लॉग में विषय को आगे बढ़ाते हुए पोस्ट किया जा सकता है। देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-26954145372647375252015-09-02T09:14:39.761-04:002015-09-02T09:14:39.761-04:00एक बेबाक राय.खुला मन और सुनदर भावनाओ से अभिभूत बड़ी...एक बेबाक राय.खुला मन और सुनदर भावनाओ से अभिभूत बड़ी प्रासंगिक सी लगी आपकी पोस्ट.अपना भी ऐसा ही किस्सा है लगतार लिखती रही बिना किसी भेद भाव या महत्वकांक्षा के योग्य टिप्पणी डालती रही फिर कुछ व्यस्तता के कारण एक विराम लिया.किसी को भी नहीं मिली आज तक संजय भास्कर और अरुण राय को छोड़ कर फिर भी सब अपने से ही लगते हैं अपने परिचित मित्रों से ज्यादा लगाव अपने ब्लॉगर मित्रों से है ब्लॉग पर ही अपनों से मिल कर अच्छा लगता है.परिचय देना चाहिए व अपनी असली तस्वीर भी लगनी चाहिए कभी गलती से मिल जाएँ तो पहचाना भी जा सके <br /> शायद कुछ ज्यादा ही लिख दिया अन्यथा न ले <br />आभार रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-84126547335202401822015-08-28T22:29:03.842-04:002015-08-28T22:29:03.842-04:00हम तो यही मनाते हैं कि आपकी ऊर्जा ऐसे ही सार्थक का...हम तो यही मनाते हैं कि आपकी ऊर्जा ऐसे ही सार्थक कार्यों में लगती रहे -आपको तो पता भी नहीं होगा इससे कितनों का भला होता है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-8852010834020593252015-08-26T22:54:47.870-04:002015-08-26T22:54:47.870-04:00 शुरू से ही जब से आपका ब्लाग देखा तो लगा कि आप बिन... शुरू से ही जब से आपका ब्लाग देखा तो लगा कि आप बिना किसी महत्वाकांक्षा के हिंदी संसार को सुंदर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आपका ब्लाग पढ़ना बहुत सुंदर अनुभव है। यह आर्टिकल पढ़ा तो आपके बारे में कुछ और जानने का मौका मिला। बस ऐसे ही आप लिखते रहिए।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-38550049705719233142015-08-26T08:44:35.882-04:002015-08-26T08:44:35.882-04:00धन्यवाद!धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-76268850098614547422015-08-26T08:18:14.143-04:002015-08-26T08:18:14.143-04:00 सार्थक विश्लेषण किया है ब्लॉग जिंदाबाद! सार्थक विश्लेषण किया है ब्लॉग जिंदाबाद!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-40621802983003677482015-08-26T07:25:22.691-04:002015-08-26T07:25:22.691-04:00आभार शास्त्री जी आभार शास्त्री जी Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-1392526967172410402015-08-26T06:40:01.167-04:002015-08-26T06:40:01.167-04:00अनुराग,
नेट, ब्लॉगिंग और अब फेसबुक ने जिस तरह कुछ...अनुराग, <br />नेट, ब्लॉगिंग और अब फेसबुक ने जिस तरह कुछ अमूल्य मित्रों से मिलवाया वह दस पन्द्रह साल पहले अकल्पनीय था। आश्चर्य होता है कि कुछ लोगों से हम निजी जीवन में मिलते रहते हैं, साथ काम करते हैं या नाते रिश्तेदारी होती है किन्तु फिर भी मित्रता नाम की ही होती है। लगता ही नहीं कि हमारे बीच कुछ जुड़ाव है, कुछ कॉमन विचार हैं, कुछ आपसी समझ है। उसके विपरीत नेट पर कुछ ऐसे मित्र भी मिले हैं जिनसे प्रत्यक्ष मिले बिना ही एक भावनात्मक, वैचारिक जुड़ाव व लगाव हो गया है। ऐसे लोग चाहे दो हों या तीन या अधिक, वे जीवन और सोच दोनो को समृद्ध कर देते हैं।<br />मैं भी शुरु में आपका नाम नहीं जानती थी किन्तु आपके विचारों से प्रायः सहमत और कभी असहमत होते हुए आपके लेखन, ईमानदारी व विचारों का सम्मान करने लगी और कब यह मित्रता और स्नेह में बदल गया पता ही नहीं चला। अब तो लगता है कि आपको वर्षों से जानती हूँ। आपकी तरफ से आपके नाम के अनुरूप मिले स्नेह से अभिभूत हूँ। आशा है कि कभी आमने सामने मिलना भी होगा।<br />सोच रही हूँ कि यदि बिना पढ़े लाइक करने की आदत होती और यह लेख फेसबुक में लाइक करके चलते बनती तो अपने आप से कितना लज्जित होना पड़ता। सच में हास्यास्पद स्थिति होती।<br />ghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-61802074545125877492015-08-26T05:20:39.323-04:002015-08-26T05:20:39.323-04:00social media..........ka.......psychological.........social media..........ka.......psychological.........encyclopedia...........<br />pose ke harf-dar-harf se sahmat........<br /><br />pranam chachu........<br />सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-51455062104295685132015-08-26T05:20:28.353-04:002015-08-26T05:20:28.353-04:00बहुत बढियाँ अच्छा लगा बहुत बढियाँ अच्छा लगा Bharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-63285613227282702172015-08-26T00:23:05.426-04:002015-08-26T00:23:05.426-04:00बहुत बढ़िया सार्थक विश्लेषण किया है ! सबकी दास्ताँ ...बहुत बढ़िया सार्थक विश्लेषण किया है ! सबकी दास्ताँ एक-सी पर रंग सबके अलग अलग है !<br />बहुत सारे प्रयोग और अनुभव के आधार पर मेरी तो समझ में यही आया कि अब मित्र नहीं मित्र भाव ही अधिक उचित है, सो मेरे मित्र कम है जो भी है गिने चुने बहुत आत्मीय है !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-77670297199218441332015-08-25T21:30:10.553-04:002015-08-25T21:30:10.553-04:00हमारी तो अभी ब्लॉग और फेसबुक दोनों से ही दूरी बनी ...हमारी तो अभी ब्लॉग और फेसबुक दोनों से ही दूरी बनी हुई है, पर हाँ अगर सक्रिय करने को मन होता है तो ब्लॉग पर, जिससे कम से कम हम अपने आप को अभिव्यक्त कर सकें।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-29051833689014973912015-08-25T20:43:58.979-04:002015-08-25T20:43:58.979-04:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज बुधवार (26-...<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज बुधवार (26-08-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2015/07/2039.html" rel="nofollow"> <br />"कहीं गुम है कोहिनूर जैसा प्याज" (चर्चा अंक-2079)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-24665168414228286612015-08-25T20:41:53.364-04:002015-08-25T20:41:53.364-04:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज बुधवार (26-...<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज बुधवार (26-08-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2015/07/2039.html" rel="nofollow"> <br />"कहीं गुम है कोहिनूर जैसा प्याज" (चर्चा अंक-2079)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (26-08-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "कहीं गुम है कोहिनूर जैसा प्याज" (चर्चा अंक-2079) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (26-06-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "व्यापम और डीमेट घोटाले का डरावना सच" {चर्चा अंक-2048} </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br /><br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (26-06-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "यही छटा है जीवन की...पहली बरसात में" {चर्चा अंक - 2018} </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br />---------------<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (25-04-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "आदमी को हवस ही खाने लगी" (चर्चा अंक-1956) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-22258895789355790822015-08-25T15:31:53.102-04:002015-08-25T15:31:53.102-04:00जो बात ब्लॉग और ब्लॉगर में है वो फ़ेसबुक और उसके यू...जो बात ब्लॉग और ब्लॉगर में है वो फ़ेसबुक और उसके यूजर में नहीं लगती .... यहाँ ज्यादातर सिर्फ़ नाम चाहते हैं और टाईमपास .....मेरे जैसे ब्लॉगर एक प्लेटफार्म की तलाश में यहाँ आए .... निश्चित रूप से ब्लॉगरों को आपस में व्यक्तिगत तौर पर जोड़ने का कार्य फ़ेसबुक के बाद ही संभव हुआ लगता है ...<br />आपकी बात से सहमत कि अपना परिचय लिखना चाहिए .... <br />एक और बात बताना चाहूँगी जो मैंने अनुभव की कि अगर मैं एक नया पॉडकास्ट पोस्ट करती हूँ तो उस लेखक के जानने वाले फटाफट रिक्वेस्ट भेजने लगते हैं .... स्वीकार /अस्वीकार करने में दुविधा हो जाती है .... :-( लेकिन अब स्वीकार कर लो और परेशानी होने पर ब्लॉक कर दो वाली निती अपना ली है ...:-)<br />बहुत लोगों से संवाद भी होता रहता है मेरा ...और जब कोई पोस्ट या फोटो लाईक करने वालों की सूची का निरिक्षण करती हूँ तो ७०% लोग वे होते हैं जिनसे कभी न कभी किसी न किसी विषय के बहाने बात हुई है .... बाकि ३० में से १५% वे होते हैं जो मैं चाहती हूँ कि कभी न कभी अपनी सोच को मान लेंगे :-) <br />.प्रयास जारी है कि बदलाव लाया जाए ...और १५% वे जिन्हें निकालने का समय नहीं दे पाई हूँ ...:-) <br />Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-28526753110572540032015-08-25T11:05:29.811-04:002015-08-25T11:05:29.811-04:00Sach ko behatarin rup se prastut kiya hai aapne , ...Sach ko behatarin rup se prastut kiya hai aapne , bahut kuch badlav hota hai jivan me.....Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-84297543594486827982015-08-25T09:00:30.453-04:002015-08-25T09:00:30.453-04:00फ़ेसबुक ने हिंदी ब्लॉग-लेखन-पठन की तो वाट लगा दी ह...फ़ेसबुक ने हिंदी ब्लॉग-लेखन-पठन की तो वाट लगा दी है, परंतु फिर भी, ब्लॉग, ब्लॉग है, और फ़ेसबुक, शायद किसी दिन ओरकुट न हो जाए :)<br />ब्लॉग जिंदाबाद!रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-64467742107473008422015-08-25T08:37:43.100-04:002015-08-25T08:37:43.100-04:00अच्छी लगी आपकी बेबाक राय ... सम्बन्ध दूर तक, गहरे ...अच्छी लगी आपकी बेबाक राय ... सम्बन्ध दूर तक, गहरे और दिल तक हों तो अच्छे लगते हैं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-82415938940025153682015-08-25T08:08:23.002-04:002015-08-25T08:08:23.002-04:00ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, आर्थिक संकट का सच...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2015/08/blog-post_25.html" rel="nofollow"> आर्थिक संकट का सच... ब्लॉग बुलेटिन </a> , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-25723913174539121802015-08-25T08:05:24.968-04:002015-08-25T08:05:24.968-04:00यहाँ सभी की दास्ताँ अलग है । पर कुछ बातें सामान भ...यहाँ सभी की दास्ताँ अलग है । पर कुछ बातें सामान भी हैं । <br />सबसे जुड़कर खुद से ना छूटने का ख्याल ज़रूरी है । डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5655265167094698544.post-70894928006035614382015-08-25T02:01:04.815-04:002015-08-25T02:01:04.815-04:00बहुत ही खूबसूरती और ईमानदारी से आपने अपने व्यक्तित...बहुत ही खूबसूरती और ईमानदारी से आपने अपने व्यक्तित्व को डिस्क्राइब किया है। <br />अच्छा लगा ..............<br />प्रणाम स्वीकार कीजियेगाअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.com