इन्हें भी देखिये
(Move to ...)
आलेख अनुराग
ब्लॉग अनुराग
झलकियाँ जापान की
पर्व और त्योहार
प्रेरणादायक जीवन-चरित्र
बागवानी पर कुछ आलेख
सेतु पत्रिका
▼
Saturday, August 30, 2008
मुझे क्या मिलेगा?
›
हमारे एक सहकर्मी थे। निहायत ही भले और सुसंस्कृत। कभी किसी ने ऊंची आवाज़ में बोलते नहीं सुना। प्रबंधक थे, कार्यालय की सारी खरीद-फरोख्त उनके द...
23 comments:
Thursday, August 28, 2008
सब तेरा है
›
पिछली बार एक संजीदा कविता ब्लॉग पर रखी तो मित्रों ने ऐसी चकल्लस की कि कविता की गंभीरता किसी चुटकुले में बदल गयी। मगर एक बात तो साफ़ हुई - ...
36 comments:
Wednesday, August 27, 2008
तुम्हारे बिना
›
. जब हम चल रहे थे साथ साथ एकाकीपन की कल्पना भी कर जाती थी उदास आज मैं निस्संग़ तय कर चुका हूँ असीम दूरियाँ स्वयं जलता हुआ सा एक कृत्रिम विश...
20 comments:
‹
›
Home
View web version