इन्हें भी देखिये
(Move to ...)
आलेख अनुराग
ब्लॉग अनुराग
झलकियाँ जापान की
पर्व और त्योहार
प्रेरणादायक जीवन-चरित्र
बागवानी पर कुछ आलेख
सेतु पत्रिका
▼
Showing posts with label
शायरी
.
Show all posts
Showing posts with label
शायरी
.
Show all posts
Sunday, January 12, 2020
मुझे याद है
›
मुझे याद हैं लोहड़ी की रातें जब आग के चारों ओर सुंदर मुंदरिये हो के साथ गूंजते थे खिलखिलाते मधुर स्वर मुझे याद हैं नन्ही लड़...
7 comments:
Tuesday, November 22, 2016
स्वप्न - एक कविता
›
ये स्वप्न कहाँ ले जाते हैं ये स्वप्न कहाँ ले जाते हैं सच्चे से लगते कभी कभी ये पुलाव खयाली पकाते है सपने मनमौजी होते हैं क...
6 comments:
Sunday, May 25, 2014
क्यूँ नहीं - कविता
›
(चित्र व पंक्तियाँ: अनुराग शर्मा ) इंद्र्धनुष है नाम लबों पर तो सदा क्यूँ नहीं देते, जब दर्द दिया है तो दवा क्यूँ नहीं देते ज़िंदा ...
15 comments:
Monday, December 30, 2013
प्रेमिल मन - एक कविता
›
चावल, चीनी और चाय से बनी स्वर्णकण आच्छादित जापानी मिठाई मोची (餅) ( अनुराग शर्मा ) दुश्मनों का प्यार पाना चाहता है हाथ पे सरसों उगाना...
24 comments:
›
Home
View web version