अनुरागी मैन प्रकाशन के इतने दिनों बाद पढ़ने का मौक़ा मिला और पढ़ते हुए एक।अजीब सी अनुभूति हुई, जिसे महसूस कर सकता हूँ,बयान नहीं कर सकता! आजकल पढ़ना रुका हुआ है।
मॉडरेशन की छन्नी में केवल बुरा इरादा अटकेगा। बाकी सब जस का तस! अपवाद की स्थिति में प्रकाशन से पहले टिप्पणीकार से मंत्रणा करने का यथासम्भव प्रयास अवश्य किया जाएगा।
कहाँ से प्राप्त हो पायेंगी?
ReplyDeleteसभी पुस्तकें एमेज़ोन पर हैं जोशी जी
Deleteजी नमस्ते, धन्यवाद!
ReplyDeleteजानकारी के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteअनुरागी मैन प्रकाशन के इतने दिनों बाद पढ़ने का मौक़ा मिला और पढ़ते हुए एक।अजीब सी अनुभूति हुई, जिसे महसूस कर सकता हूँ,बयान नहीं कर सकता!
ReplyDeleteआजकल पढ़ना रुका हुआ है।
आभार जानकारी के लिए ...
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