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Saturday, November 19, 2011

ये क्या हो रहा है भाई? मेरा ब्लॉग कहाँ गया?

खतरा
पिछले दिनों में हमने कई मित्रों के ब्लॉग्स को अकाल-मृत्यु पाते हुए देखा। ईमेल तक पहुँच कठिन हो गयी, ब्लॉग पर जाने पर "यह ब्लॉग हटा दिया गया है" जैसे सन्देश देखने को मिले। कई मित्रों तक पहुँचना भी कठिन था क्योंकि उनसे सम्पर्क, चैट आदि का माध्यम उनका प्रमुख ईमेल खाता ही चला गया था। यह समस्या केवल गूगल खातों के साथ देखी जा रही है।

गूगल की ओर से कोई अधिकारिक स्पष्टीकरण न मिलने के कारण सामान्य मान्यता यही है कि यह किसी हैकर समूह का काम हो सकता है। मुझे ऐसा लगता है कि यह गूगल/ब्लॉगर में चल रही किसी बड़ी सॉफ्टवेयर समस्या का एक पक्ष हो सकता है। जीमेल, ब्लॉगर तथा अनैलेटिक्स आदि में कई नये प्रयोग चल रहे हैं। बज़ को फ़ेज़ ऑउट कर गूगल प्लस में समाहित किया जा रहा है। ऑर्कुट की भी शायद वही गति हो। क्या इन परिवर्तनों के दौरान आयी बड़ी समस्याओं के कारण ऐसा हो रहा है? या फिर किसी गुप्त समूह द्वारा कुछ विशेष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है? पक्के तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।

जब मैं किसी ब्लॉग पर किसी मित्र की टिप्पणी पर उनके चित्र की जगह एक श्वेत-श्याम त्रिकोण के अन्दर एक विस्मयबोधक चिह्न देखता हूँ तो यह अन्दाज़ लग जाता है कि मित्र का गूगल खाता इस नई महामारी का शिकार हो गया है।

अपने गूगल खातों को सुरक्षित रखने के लिये कृपया अपने खाते में सिक्योरिटी प्रश्न व सेलफ़ोन को लिंकित कर लीजिये ताकि परेशानी की स्थिति में आप अपने खाते पर अपना पुख्ता दावा कर सकें। साथ ही अपना पासवर्ड व सिक्योरिटी प्रश्न के उत्तर जटिल, कठिन और किसी के भी अनुमान से बाहर रखने की चेष्टा कीजिये। हर सत्र के बाद लॉग ऑउट कीजिये। साथ ही अपने ब्रॉउज़र की "पासवर्ड याद रखने" की सुविधा का प्रयोग करने से यथासम्भव बचिये।

ब्लॉग निर्यात का विकल्प डैशबोर्ड में
अपने ब्लॉग का बैकअप लेकर रखना भी एक अच्छी आदत है। साथ ही अपने टेम्प्लेट को भी एक्सपोर्ट करके रखिये। यह दोनों विकल्प ब्लॉगर डैशबोर्ड में "सैटिंग्स" नामक टैब के अंतर्गत उपलब्ध हैं। यदि सम्भव हो तो जीमेल के कॉंटेक्ट पृष्ठ का प्रिंट लेकर भी सुरक्षित जगह रख सकते हैं। निराश न हों। याद रहे कि गूगल को आपसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। यदि आपके ब्लॉग में सामग्री आपकी अपनी है और आप स्पैम भी नहीं कर रहे हैं तो फिर उनकी अपील प्रक्रिया आसानी से आपका ब्लॉग वापस कर देगी।

इसके साथ एक और समस्या देखने में आ रही है, वह है टिप्पणियों का न दिखना। इस स्थिति में टिप्पणियाँ "स्पैम" के रूप में चिह्नित हो जाती हैं और वहीं पड़ी रहती हैं जब तक कि ब्लॉगर उन्हें "स्पैम नहीं" बताकर प्रकाशित नहीं करते। "कहना पड़ता है" पर आदरणीय प्रबोध जी ने मेरे न आने की बात कही है। जबकि मैं न केवल उनका ब्लॉग नियमित पढ रहा हूँ, बल्कि वहाँ नियमित टिप्पणी भी करता रहा हूँ। कई बार एक ही पोस्ट पर 3-4 बार भी टिप्पणी की पर वे सब स्पैम में चली गयी लगती हैं। वहीं नहीं, कई अन्य ब्लॉग्स पर मेरी टिप्पणियाँ दिखाई नहीं दे रही हैं। इस समस्या का हल काफ़ी आसान है। स्पैम में आयी टिप्पणियों के लिये, ब्लॉगर डैशबोर्ड में अपना ब्लॉग चुनकर टिप्पणी का टैब चुनकर "स्पैम" टैब पर जाइये। जो टिप्पणी स्पैम न हों, उन्हें चुनकर "स्पैम नहीं" करके प्रकाशित कर दीजिये। दूसरा तरीका टिप्पणियों का मॉडरेशन ईमेल द्वारा करना है। ईमेल में पढकर आप अ-स्पैम टिप्पणियों को पढकर "प्रकाशित करें" लिंक क्लिक करके उन्हें क्रमशः प्रकाशित कर सकते हैं।

आप सभी को शुभकामनायें। शायद यह साधारण सी टिप्स आपके काम आ सकें, इसी आशा के साथ, आपका मित्र,
अनुराग शर्मा।