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अनुराग शर्मा
Friday, October 17, 2025
उलटबाँसी सूरज की
(शब्द व चित्र:
अनुराग शर्मा
)
सुबह के सूरज की तो
शान ही अलग है
ऊँचे लम्बे पेड़ों पर
शाम की बुढ़ाती धूप भी
देर तक रहती है मेहरबान
उपेक्षित करके छोटे पौधों को
यह भी कमाल है कि
छोटे पौधे बढ़ सकते थे
काश! धूप उन तक पहुँच पाती।
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