पिछले हफ्ते से ही तापक्रम शून्य से नीचे चला गया था. रात भर हिमपात होता रहा. कल सुबह जब सोकर उठे तो आसपास सब कुछ रजतमय हो रहा था. बर्फ गिरती है तो सब कुछ अविश्वसनीय रूप से इतना सुन्दर हो जाता है कि शब्दों में व्यक्त करना कठिन है. चांदनी रातों की सुन्दरता तो मानो गूंगे का गुड़ ही हो. शब्दों का चतुर चितेरा नहीं हूँ इसलिए कुछ चित्र रख रहा हूँ. देखिये और आनंद लीजिये:
मेरे आँगन का एक पत्रहीन वृक्ष
घर के सामने का मार्ग
रात में बाहर छूटी कार
हमारे पड़ोस का वाइल्ड वुड नामक पारिवारिक मनोरंजन क्षेत्र
एक करीबी मुख्य मार्ग
[सभी चित्र अनुराग शर्मा द्वारा. बड़ा चित्र देखने के लिए चित्र को क्लिक करे.
Winter in Pittsburgh: All photos by Anurag Sharma]
सुन्दर चित्र, आभार।
ReplyDelete_________
इता बड़ा आँगन
आँगन में इत्ता बड़ा पेंड़ !
पेंड़ और आँगन - इतनी सफेदी!!
हम तो इस ठंड में भी 'जले' जा रहे हैं ;)
खुश हो ले रहे हैं - बड़ी ठंड पड़ती होगी वहाँ
गिरिजेश, यहीं ठीक है - बस एक डेढ़ महीना ही तो झेलना पड़ता है।
सुंदर चित्र ! जलन हो रही है। कभी प्रत्यक्ष बर्फ गिरते नहीं देखी ना!
ReplyDeleteवाह क्या खूबसूरत नजारे हैं।
ReplyDeleteसच कितना खुबसूरत मंजर है सुनहरी बर्फ की चादर से ढका हुआ .....
ReplyDeleteregards
हमे तो फोटो देख कर ठंड मह्सुस होने लगी सच में. वैसे बर्फ़ पड्ने के बाद रैनी डे टाईप छुट्टी होती होगी वहां
ReplyDeleteआशाओं पर तुषारापात होना
ReplyDeleteइस मुहावरे के व्यापक अर्थ को आपके चित्रों से समझा जा सकता है.
वैसे अनुराग जी मैंने अपना रूटीन बदला है और परिदृश्य भी बदलता हुआ दीख रहा है. आपकी उस बेहद आत्मीय पोस्ट ने मुझे संबल दिया है. आभार.
बहुत अच्छा लग रहा है. सफेद बर्फ के गुच्छे.
ReplyDeleteअपने को तो इनको देख कर ही कंप कंपी छुट रही है. और स्वेटर चढा लिया है.:)
ReplyDeleteआप लोग कैसे रहते होंगे इस तरह के मौसम मे?
रामराम.
बहुत लाजवाब पल क़ैद किए हैं आपने ......... सफेद चादर से लिपटी वादी .........
ReplyDeleteवाह ! खुबसूरत !
ReplyDeleteमुझे तस्वीरें देख कर ही कंपकंपी आ रही है
ReplyDeleteWWWWWaaaaaaaaahhhh !!!
ReplyDeleteSachmuch lajawaab...jab chitra me hi yah itna romanchak lag raha hai to saamne se kaise lagta hoga,soch rahi hun...
धीरू भाई,
ReplyDeleteजब बर्फ इतनी हो जाए कि स्कूल बस चलाना या तापक्रम की कमी बच्चों के लिए खतरनाक साबित होने की गुंजाइश हो तो स्चूलों में छुट्टी भी हो सकती है या फिर वे एक-दो घंटे देर से खुलते हैं. यह जानकारी उस सुबह को स्थानीय टी वी और रेडियो से मिल जाती है.
Abhi to shuruwat hai.. :) Shubhkamnayen!!
ReplyDeletevaah! बहुत सुन्दर चित्र हैं...बढ़िया नजारे हैं.....आभार।
ReplyDeleteबहुत सुंदर हमारे यहां कई दिनो से बर्फ़ गिर रही है, लेकिन कल रात से बहुत गिरी अभी नीचे बर्फ़ साफ़ कर के ओर कार से सारी बर्फ़ उतार कर आया, बाप रे हा्थ तो जेसे जम ही गये हो.... लेकिन बहुत सुंदर. कल मैने डाकटर के पास जाना है तो रास्ते मै कुछ चित्र खींच कर लाऊगां
ReplyDeleteये चित्र तो कुछ इरी फीलिंग को कुरेद से रहे ...भागता हूँ !
ReplyDeleteबहुत सर्दी शुरू हो गयी है :-)
ReplyDeleteBeautiful Snow but hard to live
in such cold weather !!
तसवीरें सुन्दर लगीं अनुराग जी,
ReplyDeleteहमारे यहाँ भी बर्फ ही बर्फ है....
उफ्, सारे दृश्य विचित्र मादकता लिए हुए हैं। नास्टेल्जिया यहीं कहीं बसता होगा।
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