"इस्पात नगरी से" नामक शृंखला में मैं पिट्सबर्ग की छोटी-छोटी झलकियों की मार्फ़त यहाँ के परिवेश और सामयिक घटनाओं की जानकारी देता रहा हूँ । इस शृंखला की पिछली कडी में मैंने अपनी डैलस यात्रा का ज़िक्र किया था। इस समय कोई विशेष बात नहीं है। मतलब यह की बात सिर्फ़ विशेष न होकर अति-विशेष (VIP) है। क्यों न हो? विश्व की बीस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के भाग्य-विधाता एक साथ इस छोटे से नगर में इकट्ठे जो हो रहे हैं।
जी हाँ, आगामी G-२० सम्मलेन २४ और पच्चीस सितम्बर २००९ को (इसी सप्ताह) इस्पात नगरी (Pittsburgh) में ही हो रहा है। बहुत से पत्रकार तो पिछले हफ्ते से ही यहाँ डेरा डाले हुए बैठे हैं। काफी लोगों के सवाल थे कि न्यू यार्क, वॉशिंगटन, लोस अन्जेलिस आदि बड़े बड़े नगरों के होते हुए इतनी महत्वपूर्ण सभा इस छोटी सी नगरी में क्यों हो रही है? राष्ट्रपति ओबामा के अनुसार ईसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इस नगर में अद्वितीय अंतर्राष्ट्रीय विविधता के साथ-साथ हर मुश्किल वक्त से सफलतापूर्वक उभर आने की जिजीविषा और जीवट भी है। यदि आप या आपके कोई परिचित यहाँ तशरीफ़ ला रहे हों तो अपना (या उनका) कार्यक्रम मुझे बताने की कृपा करें ताकि मैं आपकी खातिरदारी के लिए तैयार रहूँ। धन्यवाद और शुभ यात्रा!
इस नगरी ने अपने सीमित संसाधनों से विश्व का स्वागत करने की तैय्यारी तो शुरू कर दी है। आईये आपको कुछ झलकियाँ दिखाते हैं जी-२० की तैयारी की, चित्रों के सहारे:
पिट्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगंतुकों का स्वागत करते हुए जॉर्ज वॉशिंगटन की आदमकद प्रतिमा
पिट्सबर्ग तैयार है स्वागत के लिए
हिन्दी सहित विभिन्न भाषाओं में स्वागत संदेश
स्थानीय पत्रिकाओं में जी-२० की चर्चा (मनमोहन सिंह के चित्र के साथ)
पिट्सबर्ग ही क्यों? भविष्य का नगर!
पिट्सबर्ग में आपका स्वागत है, हिन्दी में देखें यूट्यूब पर
Labels: G-20, international summit, Pittsburgh, September 24, 2009, Pennsylvania, USA
[सभी चित्र अनुराग शर्मा द्वारा Photo Courtesy: Anurag Sharma]
माँ दुर्गा इस नव रात्र में कृपा करें आशा की तरफ बढा जाए हर मुश्किल के होते हुए यह् कोइ आपके नगर से सीखे -- और क्यों ना हो ? यहां भी त्रिवेणी संगम है ! :) पीट्सबर्ग शहर ने , अमरीकी मंदी को भी साहस के साथ झेलते हुए , अपने आंकडे , बढिया प्रस्तुत कीये हैं ये भी सुन रही थी - [ On CNN ] फिर , जीवन धारा को उर्जावान बनाते हुए , खुशी बटोरी जाए भक्ति और साधना में मन लगे -- यही भावना के साथ , स स्नेह, - लावण्या
G 20 sammelan safal ho aur aapka Pittsburgh bhi foole fale aisi hamaari shubhkaamna hai ..... Hindi USA mein G20 ke swaagat board per dekh kar achaa laga ....
राष्ट्रपति ओबामा के अनुसार ईसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इस नगर में अद्वितीय अंतर्राष्ट्रीय विविधता के साथ-साथ हर मुश्किल वक्त से सफलतापूर्वक उभर आने की जिजीविषा और जीवट भी है। ----------- मुझे तो यह बात पसन्द आई। भारत में भी शिखर सम्मेलन जमशेदपुर-भिलाई-बोकारो में हो, क्या सुन्दर होगा!
भाई जी, हम बहुत धीमे हैं सो अपनी कच्छप गति से ही सही ..आते रहेंगे ... आप अपनी लेखनी को निर्बाध गति से चलाते रहें ... आपसे छोटा हूँ फिर भी मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं |
मॉडरेशन की छन्नी में केवल बुरा इरादा अटकेगा। बाकी सब जस का तस! अपवाद की स्थिति में प्रकाशन से पहले टिप्पणीकार से मंत्रणा करने का यथासम्भव प्रयास अवश्य किया जाएगा।
एक अच्छी जानकारी दी है आपने . और आगे की हलचल का इंतज़ार रहेगा . विदेश में किसी बोर्ड पर हिंदी में लिखा ज्यादा सुखद लगा .
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी दी है आपने।
ReplyDeleteनवरात्रों की शुभकामनाएँ!
ईद मुबारक!!
बोर्ड पर सुस्वागतम् लिखा देख हमें भी प्रसन्नता हुई।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी है अगली कडी का इन्तज़ार रहेगा शुभकामनायें
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी..मगर आ नहीं पा रहे हैं. :)
ReplyDeleteमाँ दुर्गा इस नव रात्र में कृपा करें
ReplyDeleteआशा की तरफ बढा जाए
हर मुश्किल के होते हुए यह् कोइ आपके नगर से सीखे --
और क्यों ना हो ?
यहां भी त्रिवेणी संगम है !
:)
पीट्सबर्ग शहर ने ,
अमरीकी मंदी को भी साहस के साथ झेलते हुए , अपने आंकडे ,
बढिया प्रस्तुत कीये हैं ये भी सुन रही थी -
[ On CNN ]
फिर ,
जीवन धारा को उर्जावान बनाते हुए ,
खुशी बटोरी जाए
भक्ति और साधना में मन लगे
-- यही भावना के साथ ,
स स्नेह,
- लावण्या
्बहुत सुंदर लिखा आप ने, आप को ओर आप के परिवार को ईद ओर नवरात्रों की शुभकामनाएँ!!
ReplyDeleteचित्रमय जानकारी बढ़िया लगी। विदेश में हिन्दी में लगी सूचना देखना सुखद लगा।
ReplyDeleteजैजै
बढिया जानकारी दी आपने और हिंदी लिखी देख कर खुशी हुई.
ReplyDeleteरामराम.
G 20 sammelan safal ho aur aapka Pittsburgh bhi foole fale aisi hamaari shubhkaamna hai ..... Hindi USA mein G20 ke swaagat board per dekh kar achaa laga ....
ReplyDeleteराष्ट्रपति ओबामा के अनुसार ईसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इस नगर में अद्वितीय अंतर्राष्ट्रीय विविधता के साथ-साथ हर मुश्किल वक्त से सफलतापूर्वक उभर आने की जिजीविषा और जीवट भी है।
ReplyDelete-----------
मुझे तो यह बात पसन्द आई। भारत में भी शिखर सम्मेलन जमशेदपुर-भिलाई-बोकारो में हो, क्या सुन्दर होगा!
ज्ञान भैया ने बात बड़े पते की कही है......
ReplyDeleteबड़ी ही अच्छी जानकारी दी आपने...आभार.
लेख पढ़ा चित्र देखे |एक चित्र में सुस्वागतम देख कर अच्छा लगा
ReplyDeleteअनुराग जी,
ReplyDeleteआपकी चित्रमयी प्रस्तुति बहुत ही मनोरम लगी...
धन्यवाद
very good. Want to comment for finding Hindi on Board, but ironicall, I am away from my PC and hence commenting in English.
ReplyDeleteइष्टमित्रों और परिवार सहित आपको, दशहरे की घणी रामराम.
ReplyDeleteरामराम.
बढिया जानकारी दी है |
ReplyDeleteभाई जी, हम बहुत धीमे हैं सो अपनी कच्छप गति से ही सही ..आते रहेंगे ... आप अपनी लेखनी को निर्बाध गति से चलाते रहें ... आपसे छोटा हूँ फिर भी मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं |