कोई दिन रात मरता है, शहादत कोई पाता है....
२३ जुलाई सन १९०६ - बांस की कुटिया में आज ही के दिन श्रीमती जगरानी देवी ने चन्द्र शेखर तिवारी (आज़ाद) को जन्म दिया था.
सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, राजगुरु, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और सरदार भगत सिंह जैसे वीरों के आदर्श चंद्रशेखर तिवारी ने पंद्रह वर्ष की आयु में गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में भाग लेकर "आज़ाद" नाम पाया था. तानाशाहों के विरुद्ध सशस्त्र क्रान्ति के समर्थक आज़ाद "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन" के संस्थापक सदस्य थे.
२७ फरवरी १९३१ - इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क (अब चंद्रशेखर आज़ाद पार्क) में मात्र २४ वर्ष के इस वीर ने अपनी ही गोली से प्राणोत्सर्ग करके अपने नाम "आज़ाद" को सार्थक कर दिया.
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सम्बन्धित कड़ियाँ
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* यह सूरज अस्त नहीं होगा!
* श्रद्धांजलि - १०१ साल पहले
* सेनानी कवयित्री की पुण्यतिथि
* महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर "आज़ाद"
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एक असम्बन्धित कड़ी
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* लोकसंघर्ष परिकल्पना सम्मान - श्रेष्ठ कवि
२३ जुलाई सन १९०६ - बांस की कुटिया में आज ही के दिन श्रीमती जगरानी देवी ने चन्द्र शेखर तिवारी (आज़ाद) को जन्म दिया था.
सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, राजगुरु, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और सरदार भगत सिंह जैसे वीरों के आदर्श चंद्रशेखर तिवारी ने पंद्रह वर्ष की आयु में गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में भाग लेकर "आज़ाद" नाम पाया था. तानाशाहों के विरुद्ध सशस्त्र क्रान्ति के समर्थक आज़ाद "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन" के संस्थापक सदस्य थे.
२७ फरवरी १९३१ - इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क (अब चंद्रशेखर आज़ाद पार्क) में मात्र २४ वर्ष के इस वीर ने अपनी ही गोली से प्राणोत्सर्ग करके अपने नाम "आज़ाद" को सार्थक कर दिया.
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सम्बन्धित कड़ियाँ
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* यह सूरज अस्त नहीं होगा!
* श्रद्धांजलि - १०१ साल पहले
* सेनानी कवयित्री की पुण्यतिथि
* महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर "आज़ाद"
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एक असम्बन्धित कड़ी
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* लोकसंघर्ष परिकल्पना सम्मान - श्रेष्ठ कवि
Pranaam unhein
ReplyDeleteइस विशिष्ट दिवस पर चंन्द्र शेखर आजाद को पुण्य नमन!!
ReplyDeleteपुण्य स्मरण
ReplyDeleteसादर नमन ..!
आजादी का अलख जगाने वाले वीर सिपाही को सादर नमन।
ReplyDeleteचन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाकउल्ला खान,नेताजी और इन सरीखे वीरों की बदौलत ही हमें आजादी मिली है और सरकारी पाठ्य पुस्तकों से, सरकारी इतिहास में इन्हें ही सबसे ज्यादा इग्नोर किया गया है। इलाहाबाद जाने पर संगम जाने से भी पहले अल्फ़्रेड पार्क में जाकर माथा टेकना चाहता हूँ।
ReplyDeleteश्रद्धा सुमन उस वीर बांकुरे के लिये और आपका बहुत आभार हम निर्लज्जों को ऐसे आजादी के परवानों की याद दिलाते रहने के लिये।
ऐसे वीर शहीद देशभक्त और आज भी देशभक्तों के प्रेरणा के जनक को हार्दिक प्रणाम |
ReplyDeletei salute them 4 their...patriotric...feelings....
ReplyDeleteनमन !
ReplyDeleteनमन और आपको इस स्वाभिमान दिवस की याद दिलाने के लिए आभार !
ReplyDeleteअमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की स्मृति को नमन!
ReplyDeleteचंन्द्र शेखर आजाद को पुण्य नमन और दिवस की याद दिलाने के लिए आभार !
ReplyDeleteपुण्य स्मरण , नमन !
ReplyDeleteअमर शहीद वीर आजाद को नमन !
ReplyDeleteशर्मा जी आप समय समय पर वो चीजे याद दिलाते रहते हैं जिन्हें हमें हमेशा याद रखना चाहिए. चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीद जिनकी शहादत और बलिदान के कारण हम आजाद हवा में साँस ले पा रहे हैं का जन्म दिन एक राष्ट्रीय पर्व कि तरह मनना चाहिए था पर विडम्बना देखो कि उनका आज कहीं कोई नाम लेवा नहीं है. मैं आपका शुक्रिया करता हूँ कि अपने उन्हें याद रखा और हमें याद कराया. इसके साथ ही मैं आपको श्रेष्ठ कवि कि उपाधि मिलने कि बधाई भी देता हूँ. मुझे नहीं पाता था कि आपके दुसरे ब्लॉग भी हैं. अनुराग शर्मा नामक लेखक से पहचान तो है पर कवि को कभी नहीं पढ़ा था. वैसे पढ़ भी लेता तो क्या उखाड़ लेता कविता समझना और उस पर कोई टिप्पणी कर पाना अपने बस का रोग नहीं है. फिर भी कभी कभी अपनी बत्ती जल जाती है. चलिए फिर से धन्यवाद और बधाई.
ReplyDeleteआज़ाद जन्म, आज़ाद चिन्तन, आज़ाद जीवन, आज़ाद मृत्यु। नमन शत शत।
ReplyDeleteवह आज़ाद थे और आज़ाद ही रहे . और हम ???
ReplyDeleteaazad jaise mahan krantikaree ki yaad aapne dilai, santosh hua. unka chitr dekh kar dil ro padaa. apne hi kisi kee dhokhadhadi ke shikarhuye they aazad. khair. aisee hi jankariyan dete rahe.dhanyvaad.
ReplyDeleteश्रद्धेय को नमन. उन ह.... को क्या कहा जाये जो इन दीवानों के चलते आज आजाद हैं और आज आजाद को चोर और लुटेरा बता रहे हैं.
ReplyDeleteश्रद्धेय को शत शत नम. ऐसे लोगों को क्या कहा जाये जो इन बलिदानियों के कारण मौज कर रहे हैं और कहते हैं कि ये सब चोर लुटेरे थे.
ReplyDeleteआजादी के इस रणबांकुरे को शत शत नमन और उनका जन्म दिवस की याद दिलाने के लिए आपका आभार !
ReplyDeleteइस महान आत्मा को नमन
ReplyDeleteअमर शहीद वीर चंद्रशेखर आजाद को सादर नमन!
ReplyDeleteचंन्द्र शेखर आजाद जी को सादर नमन.
ReplyDeleteरामराम
अमर शहीद चंन्द्रशेखर आजाद की स्मृति को शत-शत नमन.
ReplyDeleteआभारी हूँ कि आप हमें बार-बार इन शहीदों की याद दिलाते रहते हैं.
अमर शहीद चंन्द्रशेखर आजाद जी को सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से शत-शत नमन| आपको बहुत बहुत आभार !
ReplyDeleteपुण्य स्मरण
ReplyDeleteसादर नमन ..!
प्रेरणा स्त्रोतों को सबको याद दिलाने के लिए आपको भी नमन..........
सादर नमन ... ...
ReplyDeleteमेरा नमन उनको और शुक्रिया आपका की आपने याद दिलाया !!
ReplyDeleteसादर नमन.
ReplyDeleteDurlabh Photo ka darshan karwaya hai aapne eske liye aap ka bahut bahut dhanyabad aur us mahan saput ko mera salam.
ReplyDeleteआज़ादी के सच्चे सपूत को नमन है ...
ReplyDeleteयह आपकी स्मरण शक्ति हो या आपकी डायरी, अभिभूत कर देती है। आपको वन्दन और आजाद को नमन।
ReplyDeleteशहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
ReplyDeleteवतन पर मिटने वालों का यही नाम ओ निशां होगा ....
(कहाँ हैं वो मेले )
दूर वतन से बैठकर एक भारतीय याद करता है उन्हें ..............पर हकीकत में उन्हें याद करने वाला अब कोई नहीं .
Aaj unke janma diwas par unhe naman.
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