हमारे नीरज गोस्वामी जी को तो आप सब जानते ही हैं और उनकी कविताओं/गज़लों का आनंद उठाते ही होंगे। उन्होंने एक बार पिट्सबर्ग के बारे में लिखने का अनुरोध किया था। मैंने सोचा भी था मगर किसी न किसी बहाने से बात टलती गयी। मगर आज सोचा कि शुरूआत करता चलूँ। नीरज जी पिट्सबर्ग आ चुके हैं ऐसा उनकी एक और टिप्पणी से आभास हुआ था। उनका काम इस्पात से जुडा हुआ है इसलिए इसकी काफी संभावना है।
पिट्सबर्ग तो कोयला, इस्पात और ऐलुमिनम आदि का ही नगर हुआ करता था। एक ज़माने में यू एस स्टील का बड़ा नाम था। शहर की सबसे ऊंची इमारत का स्वामित्व यू एस स्टील का ही था। इस इमारत का स्वामित्व तो अब बदल गया है मगर उसका नाम आज भी यू एस स्टील टावर ही है और आज यू एस स्टील उसका सबसे बड़ा किरायेदार है। दूसरा सबसे बड़ा किरायेदार है यूपीएम्सी (UPMC) जो कि संयोगवश मेरा रोजगारदाता है। पिछले एक साल से मैं इसी इमारत में काम करता हूँ। दूर से यह इमारत एक भूरा-काला सा इस्पात का ढांचा नज़र आती है। मगर यह इस्पात इमारत की सरंचना का हिस्सा नहीं है। कौर-स्टील नाम का यह मिश्रधातु इमारत के चारों ओर सिर्फ़ प्रचार के लिए खडा किया गया था क्योंकि यह बर्फ-पानी से ख़राब न होने वाला यू एस स्टील का एक नया उत्पाद था।
आईये कुछ ताजे चित्रों की सहायता से देखें आजकल यह इमारत कैसी दिखती है और सत्तावनवीं मंजिल पर स्थित मेरे दफ्तर की खिड़की से नगर का दृश्य कैसा लगता है:
बर्फ से ढंका हुआ पिट्सबर्ग नगर दोपहर में एक और खिड़की से
मेरी खिड़की से भोर का दृश्य
मेरी खिड़की से सायंकाल का दृश्य
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इस्पात नगरी से - अन्य कड़ियाँ
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