पिट्सबर्ग पर आधारित यह कड़ी मेरे वर्तमान निवास स्थल से आपका परिचय कराने का एक प्रयास है। संवेदनशील लोगों के लिए यहाँ रहने का अनुभव भारत के विभिन्न अंचलों में बिताये हुए क्षणों से एकदम अलग हो सकता है। कोशिश करूंगा कि समानताओं और विभिन्नताओं को उनके सही परिप्रेक्ष्य में ईमानदारी से प्रस्तुत कर सकूं। आपके प्रश्नों के उत्तर देते रहने का हर-सम्भव प्रयत्न करूंगा, यदि कहीं कुछ छूट जाए तो कृपया बेधड़क याद दिला दें, धन्यवाद!
* पिट्सबर्ग के खूबसूरत ऑर्किड्स
* और वह पत्थर हो गया
* तितलियाँ
* पिट्सबर्ग का अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव (2011)
* डीसी डीसी क्या है?
* वाट्सन आया
* आभार दिवस
* नया प्रदेश, युवा मुख्यमंत्री
* क्वांज़ा का पर्व
* पतझड़ का सौंदर्य
* मुद्रण का भविष्य
* बुरे काम का बुरा नतीज़ा
* अमेरिका में शिक्षा
* पीड़ित अपराधी
* रजतमय धरती
* कार के प्रकार
* हनूका 2010
* हनूका 2009
* प्रेत उत्सव
* तमसो मा
* जी-२०
* डैलस यात्रा
* स्वतंत्रता दिवस
* ज्योतिर्गमय
* ड्रैगन नौका उत्सव
* आह पुलिस
* ग्राहक मेरा देवता
* वाह पुलिस
* २३ घंटे
* दिमागी जर्राही
* सिक्सबर्ग
* अनोखा परिवहन
* पिट्सबर्ग का पानी
* आग और पानी
* दंत परी
* तीन नदियाँ या चार?
* क्रिसमस
* मेरी खिड़की से
* १९ जून
* बॉस्टन ब्राह्मण
* बॉस्टन में भारत
* स्वतंत्रता दिवस (2010) की शुभकामनाएं!
* स्वतंत्रता दिवस (2009) की शुभकामनाएं!
Postcards from Pittsburgh in Hindi
* पिट्सबर्ग के खूबसूरत ऑर्किड्स
* और वह पत्थर हो गया
* तितलियाँ
* पिट्सबर्ग का अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव (2011)
* डीसी डीसी क्या है?
* वाट्सन आया
* आभार दिवस
* नया प्रदेश, युवा मुख्यमंत्री
* क्वांज़ा का पर्व
* पतझड़ का सौंदर्य
* मुद्रण का भविष्य
* बुरे काम का बुरा नतीज़ा
* अमेरिका में शिक्षा
* पीड़ित अपराधी
* रजतमय धरती
* कार के प्रकार
* हनूका 2010
* हनूका 2009
* प्रेत उत्सव
* तमसो मा
* जी-२०
* डैलस यात्रा
* स्वतंत्रता दिवस
* ज्योतिर्गमय
* ड्रैगन नौका उत्सव
* आह पुलिस
* ग्राहक मेरा देवता
* वाह पुलिस
* २३ घंटे
* दिमागी जर्राही
* सिक्सबर्ग
* अनोखा परिवहन
* पिट्सबर्ग का पानी
* आग और पानी
* दंत परी
* तीन नदियाँ या चार?
* क्रिसमस
* मेरी खिड़की से
* १९ जून
* बॉस्टन ब्राह्मण
* बॉस्टन में भारत
* स्वतंत्रता दिवस (2010) की शुभकामनाएं!
* स्वतंत्रता दिवस (2009) की शुभकामनाएं!
Postcards from Pittsburgh in Hindi
मैं तो कुछ भी समझ नहीं पाया।
ReplyDeleteआपके ब्लॉग में अपनी मिट्टी के लिए प्यार , सम्मान और चिंता के साथ-साथ उस जगह के लिए कृतज्ञता भी है जहां आप रह रहे हैं |
ReplyDeleteमैं जरूर समय मिलते ही आपके इस लेख के जरिये पिट्सबर्ग की सैर पर जाना चाहूँगा ,
जहां भी आपने किसी विषय की विवेचना की है वो पूरी तरह से तथ्यपरक है |अच्छा लगा ब्लॉग पढकर |
सादर धन्यवाद |
हम प्रयासी विश्व में कहीं भी रहे अपनी मिटटी की सोंधी सुंगंध और ना ही संस्कृति
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद इन्टरनेट वालो के विज्ञान को अपने देश रात भर जाग कर अपने देश के जनगण परिवार से बात करती हूँ
विदेशों में सुविधाएं हैं पर है एकाकीपन