एक महिला ने आपातकालीन सेवा को फोन करके बताया की अपने घर पर ही उसकी अपने बेटे से झड़प हो गयी है और उसे मौके पर पुलिस की सहायता की ज़रूरत है। ओपेरटर द्वारा हथियारों के बारे में पूछने पर महिला ने कहा की उसके पुत्र के पास लाइसेंसी हथियार हो सकते हैं। मिनटों में ही दो नौजवान पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँच गए। जब एक वरिष्ठ अधिकारी को ड्यूटी से घर जाते समय यह बात पता चली तो वे वर्दी उतार चुकने के बावजूद उन दोनों की सहायता के लिए घटना स्थल पर पहुँच गए।
तीनों ही अधिकारियों को इस बात का अहसास नहीं था की नौसेना से निकाले गए उस गुस्सैल लड़के के पास तरह-तरह के हथियार मौजूद थे। पुलिस को देखकर उसने ऐ के ४७ से अंधाधुंध गोलियाँ चलानी शुरू कर दीं। नतीजा यह हुआ की तीनों अधिकारी वहीं धराशायी हो गए।
पीछे से पहुँचे दस्ते ने बाद में उस युवक को काबू में कर लिया मगर इस समाचार के बाद सारा शहर शोकग्रस्त हो गया। शव दर्शन के लिए रखे गए और बाद में उनका पूरे सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया। समारोह में अमेरिका भर से पुलिस के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस घटना पर स्थानीय पुलिस को जनता का सराहनीय सहारा मिला। लोगों ने मृतकों के परिवारों के लिए भी दिल खोलकर दान दिया।

अब रही बात क्रेनबेरी की। इस घटना ने यहाँ काफी लोगों को हिला दिया है। हुआ यूँ कि लगभग पाँच साल पहले एक पेट्रोल पम्प पर काम करने वाली बीस वर्षीया लडकी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि किसी बदमाश ने जबरन अन्दर घुसकर उसका शील भंग किया और फिर कुछ नकदी लूटकर भाग गया। पुलिस आयी और अपने तरीके से जांच करती रही। जब काफी समय तक कुछ पता नहीं लगा तो पुलिस वालों ने यह कहानी निकाली कि लडकी ने ख़ुद ही पैसे चुरा लिए हैं और मालिक और पुलिस को गुमराह करने के लिए यह कहानी रची है।
मालिक ने लडकी को नौकरी से निकाल दिया और पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में जेल में डाल दिया। दुःख की बात यह है कि उस समय वह गर्भवती थी। सवा साल तक जेल में रहने के बाद उसका मुकदमा शुरू हुआ और उसी समय सच्चाई सामने आयी।
एक दूसरे इलाके की पुलिस ने एक मिलती-जुलती घटना के लिए जब एक आदमी को पकडा तो उसने अपने अपराधों की सूची पुलिस को दी। जिसमें क्रेनबेरी की घटना भी शामिल थी। शर्मिन्दा पुलिस को पीडिता को छोड़ना ही पडा। इसके बाद पीडिता ने पुलिस और प्रशासन पर मुक़द्दमा किया। लगभग ढाई साल तक चले इस मुक़दमे को दो-तीन हफ्ते पहले इस बिना पर खारिज कर दिया गया कि चूंकि पुलिस को कड़े अपराधियों से जूझना पड़ता है इसलिए एकाध बार इस तरह की गलती हो जाना कोई अनहोनी बात नहीं है।
[इस शृंखला के सभी चित्र अनुराग शर्मा द्वारा लिए गए हैं. हरेक चित्र पर क्लिक करके उसका बड़ा रूप देखा जा सकता है.]==========================================
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