द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना ने एक ऐसे विश्वसनीय मोटर वाहन की ज़रूरत महसूस की जो कि उस समय उपलब्ध वाहनों से अधिक शक्तिशाली हो और साथ ही आल-वील ड्राइव भी हो. वाहन का चलता-फिरता प्रारूप प्रस्तुत करने के लिए ४९ दिन का समय बहुत कम था और अधिकाँश बड़ी कंपनियां इतने कम समय में ऐसा क्रांतिकारी डिजाइन सामने लाने लायक नहीं थीं. ऐसे समय पर सन १९४० में पिट्सबर्ग के बाहर बटलर में स्थित एक छोटी सी कंपनी अमेरिकन बैंटम ने एक ऐसा वाहन बनाया जो कि बाद में पौराणिक (legendary के लिए यदि आपके पास कोई बेहतर हिन्दी/उर्दू शब्द है तो कृपया मुझे ज़रूर बताएं) हो गया और आज सारी दुनिया में जीप के नाम से जाना जाता है . चूंकि अमेरिकन बैंटम एक छोटी सी कंपनी थी और सेना को डर था कि वह उनकी मांग को पूरा नहीं कर सकेगी इसलिए उन्होंने क्रम से दो और कम्पनियों को बैंटम वाहन का प्रारूप दिखाया और उन्हें भी वही वाहन समान संख्या में बनाने को कहा. इस तरह दुनिया की पहली जीप को विल्लीज़ और फोर्ड ने भी बनाया.
आज सारी दुनिया में जीप नाम एक तरह से स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (SUVs) का पर्याय सा बन गया है. कई कंपनियों को स्थानांतरित होकर जीप ब्रांड नेम अंततः क्राइसलर की अमानत है. अमेरिकी वाहन उद्योग की पतली हालत के बारे में तो आप सुन ही रहे होंगे. फोर्ड और जनरल मोटर्स के साथ-साथ क्राइसलर पर भी अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है इसलिए यह कहना सम्भव नहीं है कि जीप का ऐतिहासिक नाम और कितने दिन अपने अस्तित्व को बचा सकेगा.
सबसे पहली सत्तर कारों के लॉट में से सिर्फ़ एक जीप जीवित बची है. बैंटम ००७ के नाम से जानी गयी यह जीप विश्व की सबसे पुरानी जीवित जीप है. आज वह जीप पिट्सबर्ग के हाइन्ज़ इतिहास केन्द्र में अपने मूल रूप में रखी हुई है. ऊपर के चित्र उसी जीप के हैं जो मैंने अपने सेलफोन से लिए हैं. प्रकाश कम होने की वजह से चित्र कम प्रकाशित हैं मगर जीप फिर भी भली-भांति दृष्टव्य है.
आपने बढिया जानकारी दी।
ReplyDeleteसबसे पुरानी जीवित जीप: इस नाम से यह पोस्ट और भी मजेदार लगती:)
सही सलाह है बिरादर! पोस्ट का नाम बदल गया है "सबसे पुरानी जीवित जीप"
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन जानकारी दी आपने और चित्र भी बड़े सुंदर आए हैं ! धन्यवाद !
ReplyDeleteसह तो अत्यधिक रोचक जानकारी है । इस ब्लाग पर प्रकाशित होने के बाद भी यह बहुत कम लोगों तक पहुंचेगी । आपने जो पूंजी उपलब्ध कराई उससे हम अपनी दुकान चलाएंगे ।
ReplyDeleteचित्र भी पर्याप्त सन्तोषजनक गुणवत्ता वाले हैं ।
अहा! हम ने सब से पुरानी जीप के दर्शन किए। फिलहाल जीप के अस्तित्व खोने के चांसेज बहुत कम हैं। यहाँ भारत में वे सवारियाँ ढोने के लिए बसों से प्रतियोगिता में हैं।
ReplyDeleteरोचक जानकारी -
ReplyDeleteमुझे भी जीप चलाने का बहुत शौक है।सात-आठ साल मैने भी विल्लीज़ जीप चलाई।शुरू मे कभी-कभी चलाता था,तब वो लेफ़्ट हैण्ड ड्राईव थी।ओवरटेक करने मे और ड्राईव करने मे लेफ़्ट हैण्ड की दिक्कतो के कारण उसे राईट हैण्ड मे आल्टर करवाया।फ़िर पेट्रोल के बढते दामो के कारण उसमे डीज़ल इंजन डलवाया।लेकिन उसका आऊट्लुक ओरिजनल रखा।सारे शहर मे ओपन जीप मे घूमने वाले दो-तीन लोग ही थे।जीप मेरी पह्चान भी बन गयी थी।बाद मे कुछ बढती उम्र और कुछ डस्ट एलर्जी के कारण जीप चलाना बंद कर दिया। अब जीप से कई गुना महंगी कार मे चलता हूं,मगर ना वो ड्राईव का मज़ा है और ना वो मेरी पहचान है,जो जीप ने मुझे दी थी। आपने सालों पुरानी याद ताज़ा कर दी,आणंद आ गया जीप की तस्वीरे देख कर और उसके बारे मे जानकारी पाकर्। आभार आपका।
ReplyDeletebahut hi achche jaankari hai.
ReplyDeleteJeep to aaaj bhi cars[saloon cars] par bhaari hai..
light kam hai magar phir bhi cellphone se liye chitr bhi bahut achchey aaye hain.
बहुत बढिया जानकारी से युक्त आलेख बहुत बहुत धन्यबाद
ReplyDeleteपोस्ट मन भायी
ReplyDeleteचित्र तो बहुत सुन्दर हैं। आपका मोबाइल कैमरा काफी अच्छा है।
ReplyDeleteअब तो SUV/MUV के नाम पर तरह तरह के वाहन आ गये हैं। लिहाजा जीप तो नोस्टॉल्जिया का विषय हो ही गया है।
" very interesting, amezing strange to know about this jeep. these type of things are really very preceious and valuable assests...thanks for sharing with us."
ReplyDeleteRegards.
मैं भी जीप खरीदने का बडा ही ख्वाहिशमंद था, विली लिखी हुई जैसे कि पुरानी फिल्मों में धर्मेन्द्र को चलाते देखा था, लेकिन घरवाली ने खुली जीप की जगह बंद एसी कार दिला कर ही दम ली.
ReplyDeleteआपने अच्छी एवं रोचक जानकारी प्रदान की है, शुक्रिया।
ReplyDeleteजीप के इतिहास के बारे मैं जानकर अच्छा लगा
ReplyDeleteजानकारी के लिए आपका धन्यवाद
जानकर अच्छा लगा
ReplyDeleteजानकारी के लिए आपका शुक्रिया।
बहुत ही सुंदर जानकारी दी आप ने , हा यह बिलकुल सच है कि जनरल मोटर्स ओर क्राइसलर व फ़ोर्ड का भाविष्या अंधकार मै है, ओर यह जनरल मोटर्स तो पका गई, लेकिन जीप सदा रहैगी अब दुसरी कमपनिया भी जीप बनाने लग गई है, खुली ओर बन्द जीप, ओर जीप २००,२५० किमी तक दोड भी लेती है.
ReplyDeleteकई नयी चीजो का पता चला.
धन्यवाद
बहुत बेहतरीन जानकारी दी है आपने...उम्मीद है आप पिट्सबर्ग के एतिहासिक नगर के बारे में भी बताएं कभी....उसकी कई बिल्डिंग की दीवारें अभी भी स्टील कंपनियों से निकलने वाले धुँए से काली हैं..
ReplyDeleteनीरज
रोचक रही जीप की बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको बधाई
एक ऐतिहासिक वाहन का दर्शन हुआ. धन्यवाद.
ReplyDeleteजानकारी पूर्ण आलेख ..धन्यवाद अनुराग जी
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