Thursday, September 30, 2010

जय राम जी की!

रामजन्मभूमि 'विवादित स्थल' नहीं वरन रामजन्मभूमि है - न्यायालय।

23 comments:

  1. राम जन्‍मभूमि सिद्ध होने पर सभी को बधाई।

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  2. बुत बना रखें है .....नमाज़ भी अदा होती है ... ;
    दिल मेरा दिल नहीं......खुदा का घर लगता है !!

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  3. बधाई हो -

    सत्य को जितना भी दबाया जाये - पर वो सामने आकार ही रहता है.

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  4. दिल है क़दमों के किसी के सर झुका हो या न हो
    बंदगी तो अपनी फितरत है , खुदा हो या न हो !

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  5. तुम वरो विजय संयत प्राणों से प्राणों पर
    शक्ति की करो मौलिक कल्पना ... समर अभी शेष है।
    http://kavita-vihangam.blogspot.com/2010/09/blog-post_30.html

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  6. बहुत बहुत शुभकामनायें !

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  7. एक बात और कहना चाहता हूँ कि अब हमारे देश के मुस्लिम नागरिकों को इस मामले को बेवजह न्यायलय में नहीं घसीटना चाहिए और खुद ही इस देश कि हिन्दू नागरिकों कि ख़ुशी के लिए पूरी जगह को ही हिन्दुओं के भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए दे देना चाहिए. ये उनके लिए एक सुनहरी मौका है ये दिखाने का कि भारतीय मुस्लिम भी देश में इन मामलों से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ प्रगति देखना चाहते हैं.

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  8. एक असंबद्ध कमेंट:-
    फ़त्तू की सास ने उसे सुनाया, "दाल में घी डाल दिया है।"
    फ़त्तू, "फ़ेर मन्नै के सुनावे है, अपनी दाल संवारी है।"

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  9. सत्यमेव जयते

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  10. जो भी हुआ...बहुत अच्छा हुआ..!

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  11. जै राम जी की . सच जो सामने आया और झूठ ने भी हिस्सा पाया

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  12. जजमेंट का यह बिंदु भड़काने वाला है और इसको सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी जानी चाहिए। साथ ही यह मुसलमानों के निजी कानूनों में खुला हस्तक्षेप है। कोई इमारत मसजिद है या नहीं यह फैसला भारतीय अदालतें नहीं कर सकतीं इसका फैसला मुसलमान और उनके धार्मिक संस्थान ही कर सकते हैं। बाबरी मसजिद का स्वामित्व सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास है । मसजिद के मालिक कम से कम हिन्दू नहीं हो सकते। मंदिर के मालिक हिन्दू हो सकते हैं। मसजिद के मालिक के रूप में कानूनन वक्फ बोर्ड को ही अधिकार हैं। मुसलमान ही मसजिदों की देखभाल करते रहे हैं। विवादित अंश को पढ़ें-

    Whether the disputed building was a mosque? When was it built? By whom?

    The disputed building was constructed by Babar, the year is not certain but it was built against the tenets of Islam. Thus, it cannot have the character of a mosque.

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  13. बंटी चोर जी,
    अगर आप निर्णय के किसी भी प्रावधान को बड़ी अदालत में चुनौती देना चाहते हैं तो वहा विकल्प खुला है. भारत एक धर्मं निरापक्ष लोकतंत्र है कोइ इस्लामी/कम्युनिस्ट/सैनिक तानाशाही नहीं है.

    दूसरी बात यहाँ है की वक्फ को मस्जिदों की देखरेख का अधिकार भले ही हो, उसे यह अधिकार कतई नहीं दिया जा सकता की वह किसी भी संपदा को मस्जिद कहकर अपने अधिकार में ले ले|

    क्या वक्फ बोर्ड मक्का की किसी इमारत पर दावा करने की जुर्रत कर सकता है?

    कल को वे इंडिया गेट को मस्जिद बताने लगेंगे तो इंडिया गेट उनका हो नहीं जाएगा.

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  14. आपके यहां कैसी प्रतिक्रिया है विदेशीयों के?

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  15. दिलीप जी, हमारे यहाँ तो यह खबर कोई मुद्दा नहीं है। जन्मभूमि को अदालत द्वारा जन्मभूमि कह दिये जाने में किसी असम्बन्धित व्यक्ति को कुछ भी अनोखा नहीं लगेगा, शायद इसीलिये।

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  16. हमारे यहाँ ऑफिस में ईमेल आया था कि इंडिया ऑफिस में उस दिन लोग जल्दी चले जायेंगे. फैसले के बाद यहाँ के कुछ लोगों से बात हुई लोगों ने नयायालय के सूझ बुझ की सराहना की. सभी का यही यही कहना था की इंटेलिजेंट जूरी.

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  17. हमें तो कभी इस बात पर संशय नही था ... और शायद किसी को भी नही था ....उनको भी जो इस बात पर लड़ रहे थे ...

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  18. जय राम जी की ...
    बड़े हैं कितनो के नाम
    पर सब पर भारी राम

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