Tuesday, June 13, 2023

बेगाने इस शहर में

(अनुराग शर्मा)

बाग़-बगीचे, ताल-तलैया
लहड़ू, इक्का, नाव ले गये

घर, आंगन, ओसारे सारे
खेत, चौपालें, गाँव ले गये

कुत्ते, घोड़ा, गाय, बकरियाँ
पीपल, बरगद छाँव ले गये

रोटी छीनी, पानी लीला
भेजा, हाथ और पाँव ले गये

चौक-चौक वे भीख मांगते
जिनकी कुटिया, ठाँव ले गये

Tuesday, May 23, 2023

बीती को बिसार के...

(अनुराग शर्मा)

कुछ अहसान जताते बीती
और कुछ हमें सताते बीती

चाह रही फूलों की लेकिन
किस्मत दंश चुभाते बीती

जिन साँपों ने डसा निरंतर
उनको दूध पिलाते बीती

आस निरास की पींगें लेती
उम्र यूँ धोखे खाते बीती

खुल के बात नहीं हो पाई
ज़िंदगी भेद छुपाते बीती

जिनको याद कभी न आये
उनकी याद दिलाते बीती॥

Wednesday, November 2, 2022

फ़्री ईबुक - निःशुल्क डाउनलोड: आधी सदी का क़िस्सा

एमेज़ॉन #1 बेस्टसेलर, "आधी सदी का क़िस्सा" एमेज़ॉन पर दो नवम्बर से चार नवम्बर 2022 तक कुल तीन दिन (72 घण्टे निरंतर) नि:शुल्क डाउनलोड के लिये उपलब्ध है। इस अवसर का लाभ उठाइये। डाउनलोड कड़ियाँ
 
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आने वाले 50 वर्ष हमारी दुनिया को पूरी तरह बदलने वाले हैं। यह उपन्यासिका आगामी अर्धशती की खिड़की खोलने का एक विनम्र साहित्यिक प्रयास है। मुझे आश्चर्य भी है, और इस बात की प्रसन्नता भी कि इस उपन्यास के बिंदु अब तक किसी अन्य लेखक द्वारा प्रकट नहीं किये गये हैं और इसीलिये यह रचना जितनी प्रामाणिक है उतनी ही रोचक भी। इस उपन्यासिका का विषय लम्बे समय से मेरे दिमाग़ में गहरी उथल-पुथल मचा रहा था, सो इसे काग़ज़ पर उतारना मेरे लिये अत्यावश्यक था। आशा है आपको पसंद आयेगा।