Tuesday, June 13, 2023

बेगाने इस शहर में

(अनुराग शर्मा)

बाग़-बगीचे, ताल-तलैया
लहड़ू, इक्का, नाव ले गये

घर, आंगन, ओसारे सारे
खेत, चौपालें, गाँव ले गये

कुत्ते, घोड़ा, गाय, बकरियाँ
पीपल, बरगद छाँव ले गये

रोटी छीनी, पानी लीला
भेजा, हाथ और पाँव ले गये

चौक-चौक वे भीख मांगते
जिनकी कुटिया, ठाँव ले गये

4 comments:

  1. खूबसूरत अभिव्यक्ति

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  2. घर, आंगन, औसारे सारे
    खेत, चौपाल, गाँव ले गये

    कुत्ते, घोड़ा, गाय, बकरियाँ
    पीपल, बरगद छाँव ले गये

    रोटी छीनी, पानी लीला
    भेजा, हाथ व पाँव ले गये

    बहुत ख़ूब!!

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