Thursday, September 4, 2008

आवाज़: सुनो कहानीः शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रेमचंद की कहानी 'प्रेरणा'

आवाज़: सुनो कहानीः शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रेमचंद की कहानी 'प्रेरणा'

आवाज़ की ओर से आपकी सेवा में प्रस्तुत है एक शिक्षक और एक छात्र के जटिल सम्बन्ध के विषय में मुंशी प्रेमचंद की मार्मिक कहानी "प्रेरणा"। इस कहानी को स्वर दिया है शोभा महेन्द्रू, शिवानी सिंह एवं अनुराग शर्मा ने।

सुनने के लिए कृपया यहाँ क्लिक करें। धन्यवाद!

सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।





8 comments:

  1. प्रेमचन्द जी की कथा तो विशिष्ट है ही आपने पढ़ा भी बहुत अच्छा है। बहुत-बहुत बधाई।

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  2. प्रिय मित्र पित्सबर्गिया, मैं ये टेप यहाँ आफिस में सुन नही पारहा हूँ !
    जितनी उत्सुकता मुझे कहानी सुनाने की है ! यकीन मानिए उससे
    ज्यादा उत्सुकता मुझे आपकी आवाज सुनने में है ! मैं घर जाकर
    जोगाड़ भिड़ा कर कमेन्ट करूंगा ! वैसे आपने पढी है तो लाजवाब
    तो होगी ही ! पर मेरी गहरी उत्सुकता है ! और ताई भी होगी !
    अगर कुछ गड़ बड़ लग रही हो तो पहले ही मेल कर देना ! कारण
    की ताई का लट्ठ ज़रा जोर से बजता है !:) और अगर ताई को
    मजा आया तो हम भी २/४ दिन सुरक्षित रहेंगे !

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  3. Jitna dum Anurag ji ki awaj mein hai utna mahilao ki mein nahin.

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  4. हमारे यहां सुनना संभव नहीं हो पाता, इसलिए इसका बहुत अफसोस हो रहा है। शायद सर्वर धीमा रहने की वजह से ऐसा होता है। बीएसएनएल का ब्राडबैंड हमारे यहां अभी चालू हुआ नहीं है। खैर, आप यह काम जारी रखें, आपका प्रयास सराहनीय है।

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  5. शिक्षक दिवस पर इस विशिष्ट प्रस्तुति के लिए आभार.

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  6. प्रिय मित्र पित्स्बर्गिया ! आपकी आवाज में गजब का फ्लो है !
    इसे हम लोग तो अपने समय में डबिंग करते समय महसूस कर
    पाते थे ! अब मैं काफी समय से फ़िल्म लाइन से दूर हूँ !
    जैसे फेस फोटोजेनिक होता है वैसे ही आवाज के साथ होता है !
    कहानी का चयन तो अति उत्तम था ही ! आज आपकी आवाज
    सुन कर आनंद आ गया ! और ताई भी खुश हुई ! नही तो ताई
    एक घंटे आपको तो क्या भगवान को भी नही सुन सकती ! :)
    आपके इस तरह के ऑडियो प्रोग्राम की सूचना भी दिया करे !
    आपको सुनना बहुत अच्छा लगा ! हालांकि कंप्यूटर की खराबी
    के कारण २४ घंटे इंतजार करना पडा ! आशा है आपको मेल मिली
    होगी ! मुझे वापसी सूचना नही मिली !

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