अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डी सी में हर साल रंग भरने वाले चेरी ब्लोसोम जापान की और से अमेरिका को एक सुंदर उपहार हैं। इस साल जब पिट्सबर्ग के तीन बच्चों ने लावण्या जी के ब्लॉग पर चेरी ब्लोसोम के बारे में पढा तो उन्होंने वहाँ जाने विचार बनाया। ज़ाहिर है, बच्चों के साथ उनके माता-पिता भी गए और उन्होंने भी डी सी की इस यात्रा का पूरा आनंद उठाया। यात्रा की विस्तृत जानकारी किसी अगली पोस्ट में देने का प्रयास करूंगा, तब तक के लिए इन तीन बच्चों के चित्र प्रस्तुत हैं "I love DC" टी-शर्ट्स में
चेरी ब्लॉसम का एक वृक्ष
ट्यूलिप की क्यारी के सामने
चेरी ब्लॉसम का एक वृक्ष
ट्यूलिप की क्यारी के सामने
बच्चें ही है जो वास्तविक जीवन का आनंद लेते है..
ReplyDeleteबाकी बड़ों मे तो बहुत कुछ बनावटी पन आ जाता है,
सुंदर चित्रण..
मुझे भी बचपन मे घूमना याद आ गया...
बधाई हो!!!
bacco ke maa baap se bhi milvaye
ReplyDeletebahut badhiya chitran hai.
ReplyDeleteवाह.
ReplyDeleteये हुई ना कोई बात...
अब सारी हिन्दी ब्लोग दुनिया एक कुटुम्ब है!!!!
बहुत सुंदर चित्र, वेसे हमारे यहां चेरी ब्लोसोम ऎसे ही दिखते है, बहुत सुंदर, बच्चे आप के लगते है, क्योकि रंग रुप से तो अपने से ही लगते है.
ReplyDeleteधन्यवाद
चैरी ब्लोसम और बच्चों की चित्रमय प्रस्तुति मनमोहक है।
ReplyDeleteइससे सम्बन्धित अगली पोस्ट का इन्तजार रहेगा।
चित्र ही सब कह गये!!
ReplyDeleteकृपया विस्तार से लिखिए तो कुछ समझ आए। राज भाटिया जी की बात में भी दम लगता है कि बच्चे अपने से लगते हैं। उनका भी परिचय दें।
ReplyDeleteवाह बहुत सुंदर और लाजवाब चित्र, बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
bahut sundar chitra hain..lavanya ji ki wah post maine bhi padhi thi.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर..
ReplyDeleteबहुत सुंदर चित्र मनमोहक है............Bhai bachon se bhi to parichay karwaa den........
ReplyDeleteसुंदर चित्रण..
ReplyDeleteबधाई हो!!!
सुंदर चित्रण..
ReplyDeleteबधाई हो!!!
सुंदर चित्र अनुराग जी!
ReplyDeleteभ्रमण-वर्णन सुनने की प्रतिक्षा में...
अभी देख रही हूँ प्यारे प्यारे बच्चोँ की तस्वीरोँ को :)
ReplyDeleteउन्हेँ मेरे स्नेहाशिष दीजियेगा
- लावण्या
बहुत सुन्दर! चेरी ब्लॉसम्स को आइसक्रीम खाते देख रहा हूं!
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