Saturday, December 24, 2011

जब से गये तुम - कविता

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अभिषेक के ब्लॉग पर चिट्ठी पढकर कुछ पंक्तियाँ प्रस्फुटित हुईं। शायद कविता न कही जा सके, फिर भी सोचा कि साझा कर ही लूँ ...

मैं अकेला नहीं
क्योंकि
मेरे पास है खज़ाना
बीता वक़्त, टूटे वादे
वे अमिट यादें
और इन सब में
समाये तुम

जानता हूँ कि
तुम्हारी भी एक दुनिया है
नितांत अपनी, निजी
मुझसे अलग, मुझसे दूर

फिर भी
दुःख, पीड़ा या खालीपन
दूर-दूर तक नहीं दिखते
मैं भी नहीं
होता है केवल
परमानन्द
जब मेरे तसव्वुर में होते हो
तुम!


(~अनुराग शर्मा)
क्रिस्मस के बड़े दिन की हार्दिक शुभकामनायें!

30 comments:

  1. दर्द भी तुम, दवा भी तुम,
    घुटन भी तुन, हवा भी तुम।

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  2. बढ़िया अतुकांत कविता है अनुराग जी ।
    सुनहरी यादें दिल को सुकून देती हैं ।

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  3. कुछ अधुरा सा पर पूरा सुनने की इच्छा जगाती कविता |

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  4. यादों का खजाना सबसे अच्छा, हमेशा अपने साथ और कोई छीन भी न सके.

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  5. यह कविता ही है... बेहद सुन्दर कविता!!!

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  6. 'होता है केवल
    परमानन्द
    जब मेरे तसव्वुर में होते हो
    तुम!'
    - यही परमानन्द है रिक्तियों का पूरक !

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  7. रोमांटिक मूड में हैं सरकार..मेरी क्रिस्मस।

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  8. क्या बात है ... बस तुम आस पास ही होनी चाहियें ... फिर चाहे तसव्वुर ही क्यों न हो ...
    क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं ..

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  9. :)
    जो है, मीठा सा है।

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  10. अभिषेक के ब्लॉग पर प्रेम-गणित था। यहां तो निर्बाध कविता है बन्धु।
    जो स्पॉण्टेनियस बहे, वह कविता। हमें तो यही बूझता है।

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  11. यादों का समा, मनोरम अभिव्यक्ति

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  12. वाह! बहुत सुन्दर.
    आपकी सुन्दर कविता से अनुराग हो रहा है,
    अनुराग जी.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
    वीर हनुमान का बुलावा है.

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  13. :)
    बहुत कुछ कहता है यह छोटा सा स्माइली भी कभी-कभी!! सुन रहे हैं ना, अनुराग जी!!

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  14. यादगार गीत और सुन्दर कविता

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  15. अनुभूतियों का सम्रेषण सौंदर्य के साथ सुखद है ....सुन्दर

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  16. अकेले कहां, आज के दिन तो सांटा क्लाज़ भी साथ है:)

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  17. अकेले कहां, आज के दिन तो सांटा क्लाज़ भी साथ है:)

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  18. तेरी यादें,
    नहीं निभाए
    तू ने जो वादे
    देते हैं राहतें,
    कुछ इस तरह
    कँपकँपाते सर्द दिनों में,
    मुझे लपेटे हुए
    गुनगुनी धूप की तरह।

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  19. सुंदर यादें वाकई बहुत बड़ा ख़ज़ाना होती हैं

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  20. अक्सर तन्हाई में सोचा
    जब तेरे बारे में
    खुद पर मुस्कुरा बैठे
    तू और तन्हाई
    मुमकिन ही नहीं !

    साथ रहता है तू
    एक साया सा
    हर कदम
    राह सुनसान
    मुमकिन ही नहीं

    लिखा था कुछ ऐसा कभी !

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  21. "होता है केवल
    परमानन्द
    जब मेरे तसव्वुर में होते हो
    तुम!"
    आह! क्या बात है.

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  22. यादें बड़ा मीठा सुकून देती हैं
    शुभकामनायें आपको

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  23. आपकी ये कविता अनमोल है...

    आपकी वो टिपण्णी अब की मिली सबसे प्यारी और खूबसूरत टिप्पणियों में से एक था..

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  24. सुब्रमनियन जी ने कह दिया सो हमने भी मान लिया :)

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  25. भारतीय नागरिक जी सही कह रहे हैं।

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  26. Great. Yes I Agree. Read My Blog About Steve Jobs, Steve Woz, Tiger Killing, Top 10 Searches, Parker Pen History And Much More. http://bittugandhi.blogspot.com/?spref=gb

    Have a great day;

    Yours Faithfully
    Bittu Gandhi
    (Researcher, Author, International Record Holder)

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    Replies
    1. जीने कि राह सिर्फ उन्हें मिलती है जिनके पास यह संपदा है !!

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